इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि कथित भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव को तत्काल फांसी की सजा दिए जाने का कोई खतरा नहीं है और उसकी मां व पत्नी से मुलाकात की व्यवस्था पूरी तरह से मानवीय आधार पर की गई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि मैं आपको भरोसा देता हूं कि जाधव को तत्काल फांसी की सजा दिए जाने का कोई खतरा नहीं है और उसकी दया याचिका अभी भी लंबित है।
अधिकारी ने कहा कि जाधव की मां और पत्नी इस्लामिक परंपराओं व पूरी तरह से मानवीय आधार पर उससे यहां 25 दिसंबर को मुलाकात करेंगी।
पाकिस्तान ने कहा कि जाधव की मां व पत्नी के पाकिस्तानी मीडिया से मिलने की इजाजत देने के भारत के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग ने बुधवार को जाधव की मां और पत्नी को वीजा जारी कर दिया है। जाधव को जासूसी व आतंकवाद के आरोपों में फांसी की सजा सुनाई गई है।
जाधव की मां और पत्नी वाघा बार्डर के जरिए शनिवार को पाकिस्तान पहुंचेंगी। जाधव से मुलाकात के समय दोनों महिलाओं के साथ एक भारतीय राजनयिक के साथ रहने की उम्मीद है।
इससे पहले पाकिस्तान जाधव तक भारत के कांसुलर पहुंच को बार-बार इनकार कर चुका है। पाकिस्तान का कहना है कि उसने जाधव को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया है। भारत का कहना है कि नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद जाधव ईरान में व्यापार के लिए गए थे, जहां से उनका अपहरण किया गया।