मुंबई। लोकप्रिय धारावाहिक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में सविता मनसुख वीरानी के रूप में याद किए जाने वाली अनुभवी टेलीविजन अभिनेत्री अपरा मेहता ने कहा कि केवल यही ऐसा सास-बहू धारावाहिक था, जिसकी कहानी दमदार थी।
पिछले दो दशकों से अधिक समय से छोटे पर्दे का हिस्सा रहीं अपरा मेहता ने कहा कि क्योंकि सास भी कभी बहू थी की कहानी को समझे बिना कई ऐसे धारावाहिक शुरू किए गए।
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अपरा ने कहा कि केवल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ ही सास-बहू की मूल भावना से जुड़ा धारावाहिक था, जिसमें तीन पीढ़ियों की कहानी दिखाई गई थी, बा, सविता और तुलसी.. यह पीढ़ियों के बारे में थी, इस बारे में थी कि पीढ़ियां बदलने पर चीजें कैसे बदलती हैं। इसके बाद जो भी धारावाहिक आए, इसकी मूल भावना को समझे बिना इसकी नकल की गई।
टेलीविजन चैनल एंडटीवी के शो ‘बकुला बुआ का भूत’ का हिस्सा बनीं अभिनेत्री ने कहा कि ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ की कहानी दमदार थी।