अजमेर। अजमेर डेयरी द्वारा बुधवार को 60 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को लेक्टोस्केन मशीन शतप्रतिशत अनुदान पर वितरित की गई। इससे जिले की समस्त समितियों में आधुनिक तकनीक से दूध की जांच हो सकेगी।
डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने बताया कि अजमेर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि, अजमेर में 60 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को भारत सरकार की एनपीडीडी योजना के अन्तर्गत एक लाख 43 हजार 600 रूपए की लागत की 60 ऑटोमेटिक मिल्क कलेक्शन यूनिट (एएमसीयू) लेक्टोस्केन मशीन सहित शत प्रतिशत अनुदान पर वितरित किए गए। जिससे जिले की समस्त दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों पर एएमसीयू लेक्टोस्केन मशीन उपलब्ध हो जाएगी।
मशीन की समस्त लागत लगभग 86 लाख रूपए का भारत सरकार द्वारा अनुदान दिया गया। इस एएमसीयू लेक्टोस्केन मशीन से दुग्ध समितियों पर दुग्ध की गुणवत्ता में सुधार होगा एवं दुग्ध संकलन में पारदर्शिता आयेगी। टीपरी के माध्यम से फेट निकालने की पद्धति बीते समय की बात हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस मशीन के द्वारा दूध की मात्रा फेट, ठोस दुग्ध पदार्थ (एसएमपी, दूध पाउडर), दूध की कीमत तथा पशुपालक के दूध का मूल्य पता चलेगा। इस समस्त जानकारी की पर्ची मौके पर ही पशुपालकों को प्रदान की जाएगी। अजमेर डेयरी द्वारा दुग्ध समितियों को भविष्य में मिल्को स्क्रीन मशीन भी उपलब्ध करवायी जाएगी। इससे दूध में किसी प्रकार की मिलावट होने पर उसे रोका जा सकेगा।
इस प्रक्रिया के पश्चात अजमेर डेयरी का दूध भी स्मार्ट हो जाएगा। यह दूध देश के सर्वश्रेष्ठ दूध में शुमार होगा। वर्तमान में डेयरी द्वारा लगभग साढ़े तीन लाख लीटर दूध प्रतिदिन संकलित किया जा रहा है। शीघ्र ही इसके 5 लाख लीटर प्रतिदिन होने की संभावना है। इससे दुग्ध उत्पादको का समिति एवं संघ में विश्वास बढेगा।
अजमेर डेयरी के प्रबंध संचालक श्री गुलाब भाटिया ने कहा कि अजमेर डेयरी के इस प्रयास से समस्त सहकारी समितियों का ओटोमेशन हो जाएगा। अजमेर डेयरी दुग्ध उत्पादन में डैनमार्क जैसे विकसित देशों के बैंच मार्क को फोलो करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। दस लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता के प्लांट लगने से अजमेर की यह विशेष पहचान बन जाएगा। इस नए प्लांट को देखने के लिए मिसाल दी जाएगी।
अजमेर डेयरी के उप प्रबन्धक (कृषक संगठन) लादू राम चौधरी, द्वारा विश्व बैंक की एनडीपी – प्रथम योजना में उत्कृष्ठ कार्य करने पर भारत सरकार के उपक्रम राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड द्वारा छह दिवसीय आस्ट्रेलिया के गोटाफे का 30 अक्टूबर से 04 नवम्बर तक आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम चयन हुआ। चौधरी के प्रशिक्षण काल का समस्त व्यय भारत सरकार द्वारा वहन किया गया। चौधरी का अजमेर डेयरी में गर्मजोशी से अभिनंदन किया गया।