सबगुरु न्यूज उदयपुर। श्रमदान का व्रत धारण कर तालाब की पाल को मजबूत करने के क्रम में उदयपुर जिले के रोहिड़ा गांव की महिलाओं ने विधि अनुष्ठान कर इतिहास रच दिया। इस गांव की मेनारिया व राजपूत समाज की 150 महिलाओं ने ढूंढिया के नीलकंठ महोदव मंदिर के तालाब की पाल पर श्रमदान किया था। श्रमदान का एक वर्ष पूरा हुआ।
इसके तहत प्रत्येक माह में एक दिन इन महिलाओं ने तालाब की पाल पर मिट्टी डालकर श्रमदान किया। किसी भी जीव जन्तु की हानि न हो इसके लिए सागर पूजन किया गया। पं.बद्रीप्रसाद आमेटा के सानिध्य में पं.भैरूलाल दाधीच,पं.रामशंकर आमेटा ने हवन एवं उसकी पूर्णाहुति का कार्य सम्पन्न करवाया।
इस अवसर पर महा प्रसादी का आयोजन किया गया जिसमें श्रमदान का व्रत करने वाली महिलाओं के सगे सम्बन्धियों एवं आस पास के गांवों के लोगों को आमन्त्रित किया गया। रोहिड़ा के मोहनलाल मेनारिया व ललितसिंह भाटी ने बताया कि इस दौरान मंदिर प्रांगण में दिनभर मेले सा माहौल बना रहा।