लाहौर। लाहौर में आतंकियों पर की गई कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार हुई 20 वर्षीय महिला मेडिकल की छात्रा थी और वह कुछ वक्त पहले ही फेसबुक पर खतरनाक इस्लामिक स्टेट से जुड़ी थी।
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने कल दावा किया था कि यहां पंजाब हाउसिंग सोसाइटी में एक आतंकवादी को मारकर तथा उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर उन्होंने ईस्टर से पहले अल्पसंख्यक ईसाइयों पर एक बड़ा आतंकी हमला टाल दिया। गिरफ्तार लोगों में एक महिला भी शामिल है।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने कहा कि शूट आउट में छह लोग घायल भी हुए थे।
जांच के दौरान महिला की पहचान नौरीन लेघारी के तौर पर हुई जो पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जामशोरो में लियाकत यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज में दूसरे वर्ष की छात्रा है।नौरीन ने सीरिया में दो महीने गुजारे थे और छह दिन पहले ही लाहौर लौटी थी।
हैदराबाद की रहने वाली नौरीन आईएसआईएस में शामिल होने के लिये फरवरी की शुरुआत में विश्वविद्यालय से लापता हो गई थी।
एक अधिकारी ने कहा कि 10 फरवरी को लाहौर पहुंचने के बाद, नौरीन ने एक दोस्त की फेसबुक प्रोफाइल से अपने भाई को संदेश भेजा कि वह खलीफा की धरती पर पहुंच गई है।
नौरीन द्वारा अपने भाई को लिखे संदेश में कहा गया, ‘भाई, मैं नौरीन हूं, मुझे उम्मीद है कि आप सभी अच्छे होंगे और मैं भी सकुशल और खुश हूं। मैंने आपको यह बताने के लिए संपर्क किया है कि अल्लाह के फजल से, मैं खलीफा की धरती पर आ गई हूं और उम्मीद है कि एक दिन आप सब भी यहां आएंगे।’
नौरीन के पिता प्रोफेसर अब्दुल जब्बार ने 10 फरवरी को उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लाहौर पुलिस थाने में एक सूत्र ने बताया कि नौरीन आईएस के लोगों से फेसबुक के जरिये संपर्क में थी जहां उसके आईएस प्रमुख के प्रति निष्ठा जाहिर की थी। फेसबुक ने उसके कट्टरपंथी विचारों के लिए उसका अकाउंट बंद कर दिया था।