पाली। “राष्ट्रीय विज्ञान दिवस” के उपलक्ष्य में लक्ष्य शिक्षण संस्थान की 9वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस मौके पर आयोजित समारोह में प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह की अध्यक्षता बीमा लोकपाल सचिव बालमुकंद जोशी ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीगणेश शिक्षण समूह के संस्थापक मास्टर शंकरलाल जोशी तथा विशिष्ट अतिथि उपनिदेशक दिलीप करमचंदाणी थे।
संस्थान के अध्यक्ष संजीव एम शर्मा ने बताया कि 12वीं बोर्ड में पीसीबी समूह में जिला स्तर पर प्रथम रहे धीरज बालोटिया, पीसीबी समूह में जिला स्तर पर द्वितीय रहे हिमार्शल पारवानी, पीसीएम समूह में जिला स्तर पर द्वितीय रहे जगदीश कुमार, अपने विद्यालय में प्रथम स्थान पर रहे वीणा जीनगर एवं नरेंद्र सोनी प्रत्येक को स्मृति चिन्ह व नगद 3111 रूपए राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई।
इसी प्रकार विभिन्न विद्यालयों में द्वितीय स्थान पर रहे मनीष चौहान, प्रतीक चौधरी, करिश्मा व उज्जवल शर्मा प्रत्येक को स्मृति चिन्ह व नगद 2111 रूपए तथा तृतीय स्थान पर रहे मोहम्मद समीर, शोभा सोलंकी, अनीता सोनगरा प्रत्येक को स्मृति चिन्ह व नगद 1111 रूपए से एवं 75% से अधिक अंक लेन वाले 20 विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह प्रदान
किए गए।
संस्थान के निदेशक इंजीनियर पंकज जोशी ने बताया कि अध्यक्षता कर रहे बीमा लोकपाल सचिव बालमुकन्द जोशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थी जीवन परिश्रम का समय हैं, इस समय अगर कष्ट उठाकर अच्छी मेहनत करेंगे तो भविष्य सफल तथा सुखमय होगा। जिस प्रकार एक मूर्तिकार पत्थर को तराशकर ईश्वर की मूर्ति बनाकर पूजने योग्य बनाता हैं, उसी
प्रकार अध्यापक भी विद्यार्थी को तराशकर एक सफल नागरिक बनाते हैं।
विशिष्ट अतिथि दिलीप करमचंदाणी, विजेंद्र सिंह चौहान एवं गजेन्द्र दवे ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा में तनावरहित रहने, व्यवस्थित अध्ययन करने एवं प्रश्नपत्र हल करने के सही तरीके के बारे में बताया। गोपीदास रामावत ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को कठिनाइयों से न घबराकर उनका दृढ़ता से मुकाबला करने को कहा।
कार्यक्रम में पाली के प्रसिद्द गायक इंजीनियर मनीष माथुर ने “ज़िन्दगी प्यार का गीत हैं”, “हाल क्या हैं दिलों का न पूछो सनम” और अशोक कुमार जोशी ने “ओ साथी रे, तेरे बिना भी क्या जीना”जैसे सदाबहार गीत गाकर माहोल को खुशनुमा बना दिया। विद्यार्थियों में हिमांशु मनवानी, परमेश्वर शर्मा, अमित मिश्रा, भूपेंद्र सोनगरा, ललित पालीवाल, हारून खान आदि ने कई सदाबहार गीतों की प्रस्तुतियां दी।
अंत में निदेशक पंकज जोशी ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में महेश व्यास, जयपाल सिंह, महादेव सिंह, विकेश जोशी, आनंद शर्मा, कुलदीप सिंह, ममता सोलंकी, यजुवेंद्र खेमलानी, भगवानचंद, गौतम जोशी, पंकज सोलंकी आदि अध्यापक उपस्थित रहे।