जयपुर। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के उपाध्यक्ष अमीन पठान के कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद उत्पन्न हुआ विवाद तूल पकड़ता जा रहा हैं। पठान के आरसीए के कार्यकारी अध्यक्ष बनने के पांचवें दिन ही आरसीए में वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए जहां एक समिति का गठन किया वहीं आरसीए अध्यक्ष पद से हटाए गए ललित मोदी के वकील महमूद आब्दी ने इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया हैं जिसकी शुक्रवार को सुनवाई होगी। …
पठान ने बुधवार को बताया कि आरसीए ने भ्रष्टाचार की जांच के लिए बनाई गई पांच सदस्यीय विधि समिति में सुभाष जोशी, केके शर्मा, राजकु मार माथुर, विवेक व्यास तथा देवाराम चौधरी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आरसीए में पिछले दिनों भारी अनियमिताएं हुई जिसमें एक करोड़ छह लाख रूपए वकीलों को केवल फीस के रूप में दिए हैं। उन्होंने बताया कि इसमें 60 लाख रूपए आरसीए के विशेष आमंत्रित सुदीप होडा को तथा 46 लाख रूपए एक अन्य वकील को दी गई। उन्होंने कहा कि गत दिनों आरसीए में इतना भ्रष्टाचार हुआ कि खिलाडियों को उनकी फीस भी नहीं दी गई।
आरसीए के हटाए गए अध्यक्ष ललित मोदी के आरसीए पदाधिकारियों पर किए ट्वीट की निंदा करते हुए कहा कि वे मोदी के खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान के बेहतर क्रिकेट के लिए प्रदेश के 33 जिला क्रिकेट संघों में 24 संघों ने मोदी को हटाने का फैसला कि या। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी के लोगों ने कई जिला संघों के सचिवों को उनके साथ बने रहने के लिए धमकाया लेकिन वे सब उनके साथ हैं।
उधर, आब्दी ने बताया कि 21 में से नौ सदस्य उनके साथ हैं और इनके बगैर वे कैसे बैठक कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने क ोई नोटिस भी नहीं भेजा। उन्होंने कहा कि हटाने के लिए कानून के तहत दो तिहाई बहुमत के साथ पहले नोटिस दिया जाना चाहिए लेकिन ऎसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मोदी को हटाना वैधानिक नहीं है।
आब्दी ने कहा कि इस मामले को लेकर मंगलवार को वे मुख्य सचिव राजीव महर्षि एवं पुलिस आयुक्त जंगा श्रीनिवास राव से मिले लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस कारण उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
उल्लेखनीय है कि गत 11 अक्टूबर को एक विशेष बैठक में 33 में से 23 जिला क्रिकेट संघों के समर्थन से मोदी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास कर उन्हें हटा दिया गया था और पठान को कार्यकारी अध्यक्ष चुन लिया गया था। मोदी को विदेश में रहते गत 19 फरवरी को सुप्रीमकोर्ट की देखरेख में हुए चुनाव के बाद पिछली मई में 33 में से 29 जिला संघों के समर्थन से आरसीए का अध्यक्ष चुना गया था।
उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई ने पूर्व आईपीएल कमीश्नर मोदी पर क्रिके ट गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा रखा था और यह मामला अदालत भी पहंुचा था। मोदी के अध्यक्ष बनने पर बीसीसीआई नाराज हो गया और उसने आरसीए को निलम्बित भी कर दिया था।