जयपुर। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व आयुक्त ललित मोदी ने शनिवार को तुरंत प्रभाव के साथ नागौर जिला क्रिकेट संघ अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
ललित का यह इस्तीफा राजस्थान क्रिकेट संघ के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में फिर से वापसी का मार्ग तैयार करने का एक प्रयास है।
राजस्थान क्रिकेट संघ के पूर्व अध्यक्ष बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी और आरसीए को संबोधित एक पत्र में लिखा कि मुझे लगता है कि अब इस पद की कमान अगली पीढ़ी को सौंपने का समय आ गया है। इसलिए, मैं क्रिकेट संघ से विदा ले रहा हूं।
ललित ने कहा कि मेरा समर्थन करने वाले हर इंसान का मैं शुक्रगुजार हूं और सबसे महत्वपूर्ण यह कि आप सभी ने मेरे सपनों को पूरा करने में मेरा साथ दिया।
भ्रष्टाचार के मामलों और अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करने के आरोप में ललित को बीसीसीआई द्वारा आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया था और उस दौरान आरसीए के सदस्य रहने के कारण राजस्थान क्रिकेट संघ पर भी प्रतिबंध लग गया था।
इस कारण बीसीसीआई ने भी वित्तपोषण बंद कर दिया और जयपुर स्थित इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स को अपने ही घरेलू मैदान सवाई मानसिंग स्टेडियम में खेलने की इजाजत नहीं दी।
ललित के बेटे रुचिर ने इस साल जून में आरसीए के चुनावों में उम्मीदवार के तौर पर हिस्सा लिया, लेकिन कांग्रेस नेता सीपी जोशी से हार गए।
अपने बयान में ललित ने कहा कि अब समय आ गया है कि भविष्य के लिए बीसीसीआई और आरसीए कुछ उच्च स्तरीय गोल तय करे। हालांकि, राजस्थान के लिए हमारी आशाएं बड़ी होनी चाहिए। हमें बीसीसीआई से फंड की जरूरत है और यह हमारा अधिकार है। मैंने अपने हिस्से के तौर राजस्थान क्रिकेट के सुधार के लिए काफी काम किया और अब आपका वादा निभाने का वक्त है। मुझे आप पर और बीसीसीआई पर पूरा भरोसा है कि वह सही फैसला लेंगे।
ललित ने इसके साथ ही आरसीए के लिए जल्द से जल्द फंड जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मेरी उपस्थिति के कारण आरसीए को फंड मिलना बंद हुआ था। अब क्रिकेट से और सभी स्तरों से हमेशा के लिए मेरा निकल जाना, मुझे लगता है कि आरसीए के लिए भारतीय क्रिकेट जगत में उसकी जगह को फिर से दिलाएगा।