नई दिल्ली/जयपुर। ललित मोदी के आव्रजन दस्तावेजों के लिए 2011 में उनके पक्ष में गवाही के आरोपों के कारण विवादों में आईं राजस्थान की मुख्यमंत्री से कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को इस्तीफे की मांग की।
कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि कर चोरी के आरोपों में जांच का सामना कर रहे ललित मोदी की राजे ने सहायता की। सचिन ने कहा कि उनके इस्तीफे के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से कांग्रेस गुरुवार को राज्य में सड़कों पर प्रदर्शन करेगी।
भारतीय पासपोर्ट निरस्त किए जाने के बाद ललित मोदी को ब्रिटेन से बाहर जाने के लिए दस्तावेज उपलब्ध कराने में उनकी मदद करने के मामले में कांग्रेस पहले से ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग कर रही है।
कांग्रेस की राजस्थान इकाई ने उदयपुर में पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में बुधवार को एक प्रस्ताव पारित किया। इस प्रस्ताव में सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे को उनके पद से हटाने की मांग की गई है।
कांग्रेस की राज्य इकाई की प्रवक्ता अर्चना शर्मा ने कहा कि मोदी की सहायता करने के आरोप में दोनों (सुषमा और राजे) के इस्तीफे की मांग की जा रही है।
इसी बीच बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि कांग्रेस जो कि उस दौरान दोनों जगह (राजस्थान और केंद्र) सरकार में थी, उसने मोदी के खिलाफ जांच शुरू क्यों नहीं की।
परनामी ने कहा कि इससे साफ तौर पर स्पष्ट होता है कि कांग्रेस निराधार आरोप लगा रही है और ओछी राजनीति कर रही है। इस विवाद में राजे उस समय आईं, जब ललित मोदी के वकीलों के दल ने इस संबंध में बयान जारी किए।
इस बयान में कहा गया है कि राजे, जो कि उस दौरान राजस्थान की नेता प्रतिपक्ष थीं, मोदी के आव्रजन आवेदन के पक्ष में थीं। हालांकि इसके लिए उन्होंने एक सख्त शर्त रखी थी कि उनके नाम का खुलासा भारतीय अधिकारियों के समक्ष नहीं किया जाएगा।
राजे ने बाद में इस मामले में अपने मीडिया सलाहकार से एक बयान जारी करवाया। इस बयान में उन्होंने कहा कि वह ललित मोदी के परिवार को जानती हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता कि लोग किस चिट्ठी के बारे में बात कर रहे हैं।
वहीं दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी इस मामले में कानूनी और अन्य सभी तरह के उपाय अपनाएगी।
ललित मोदी की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा उनकी सहायता करने की बात पर सुरजेवाला ने कहा कि अगर ललित मोदी की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने सहायता की होती तो वह इस स्थिति में नहीं होते जिसमें कि आज हैं।
उन्होंने कहा कि वांछित और भगोड़े व्यक्ति की सहायता करने के बारे में भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व का झूठ सामने आ गया है। सुषमा और राजे दोनों संवैधानिक अनाचार की दोषी हैं।