जयपुर। राजनीति में नैतिकता के पतन के नए अध्याय का आगाज भाजपा के वर्तमान शासन ने किया है।
भ्रष्टाचार के प्रकरणों में लिप्त वांछित भगौड़े ललित मोदी को पासपोर्ट दिलवाने में मदद करने के साथ ही उसकी कम्पनियों से अनुचित आर्थिक लाभ प्राप्त करने के आरोप के बावजूद प्रदेश की मुख्यमंत्री का पद पर बने रहना भाजपा के दोगले चरित्र को दिखाता है।
प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर जयपुर के सिविल लाईन्स फाटक पर बुधवार को आयोजित विरोध-प्रदर्शन में बड़ी संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने उक्त विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि यूपीए के शासन के दौरान जब भी किसी मंत्री पर आरोप लगे ,उन्होंने नैतिकता के आधार पर पद त्यागे तथा उन आरोपों की निष्पक्ष जांच करवायी गई थी परन्तु अपने आप को देश के खजाने का चौकीदार बताने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राज में काले धन को सफेद करने का धंधा खुले आम चल रहा है।
इस काम में लिप्त भाजपा के नेता उनके खिलाफ लगे आरोपों को स्वीकार करने के बावजूद पद पर बने हुए है जो बताता है कि भाजपा ने जनता को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर छला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का इस गंभीर मामले पर आज तक मौनासन समाप्त नहीं हुआ है। देश उनके मौन के टूटने व उनके मन की बात जानने के लिए आतुर है ।
ना खाऊंगा . ना खाने दूंगा का नारा देने वाले प्रधानमंत्री क्यों अपने ही नेताओं के भ्रष्टाचार पर आंखें मूंदें बैठे है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री व प्रदेश की मुख्यमंत्री को बचाने के लिए भाजपा के नेता पूरी तरह से प्रयासरत है और केन्द्रीय मंत्रियों द्वारा उन्हें क्लिनचिट भी दी जा रही है।
उन्होंने उपस्थित कांग्रेसजनों को कहा कि कांग्रेस देश व प्रदेश की जनता के जनादेश का अपमान करने वाली सत्ताधारी भाजपा की दोनो आरोपित नेताओं को पदमुक्त करने की मांग को लेकर निरंतर दबाव बनाएगी जिससे देश को भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी भाजपा के वास्तविक चेहरे से लोगों को रूबरू करवाया जा सके।
उन्होंने कहा कि यदि भाजपा ने मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को पदमुक्त नहीं किया तो इससे स्पष्ट हो जायेगा की भाजपा लोकतांत्रिक व्यवस्था को ताक पर रखकर राजनीति में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वालों की शरणास्थली है।
राजे ने अधिकार खोया-गहलोत
कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने शासन में बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है। उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को अविलम्ब पदमुक्त करने की मांग करते हुए उनके खिलाफ लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग की।
नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार की जननी है। इसके नेताओं के भ्रष्टाचार के मामलों उजागर होने के बाद भी उनका पदों पर बना रहना भाजपा का असली चेहरा दिखा रहा है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.गिरिजा व्यास ने भी मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की।