नई दिल्ली। दिल्ली बीजेपी ने बिहार के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में केजरीवाल के लालू प्रसाद यादव से गले मिलने पर पोस्टर के जरिये निशाना साधा है, लालू से गले मिलने के चलते आलोचना झेल रहे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सफाई दी है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में केजरीवाल ने कहा कि लालू ने उनका हाथ पकड़कर खींच लिया और गले लगा लिया, फिर जनता की ओर रुख करके हाथ ऊपर उठा दिया। मुझे प्रोजेक्ट किया जा रहा है, जो कि बिल्कुल गलत है।
केजरीवाल ने कहा कि हमने किसी भी तरह का गठबंधन नहीं किया है। हम वंशवाद की राजनीति के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के दो बेटे मंत्री बने हैं हम इसका भी विरोध करते हैं। लोग सवाल पूछ रहे हैं, मुझे इस बात की खुशी है, लेकिन सवाल इसलिए पूछे जा रहे हैं क्योंकि हम बदलाव की राजनीति कर रहे हैं और अलग तरह सोचते हैं। उन्होंने कहा कि जब दूसरे नेता लालू प्रसाद से गले मिलते हैं तो कोई सवाल क्यों नहीं उठाता।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि चार पहले उनमें से किसी ने भी नहीं सोचा था कि वे कभी चुनाव लड़ेंगे। लेकिन यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। शुरुआत में हमारे दो लक्ष्य थे भ्रष्टाचार मिटाने के लिए लोकपाल और सुशासन।
इसका सबसे बेहतर उदाहरण है कि किसी सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में अपने मंत्री को बर्खास्त नहीं किया, लेकिन हमने किया है। हम डेडलाइन से हर काम कर रहे हैं और इसका नतीजा ये रहा कि हमारी सरकार ने करीब 100 करोड़ रुपये मेट्रो प्रोजेक्ट का काम समय पर निपटा कर बचाए।
उन्होंने कहा कि इसी सत्र में लोकपाल पास हो जाएगा। बिल के साथ सिटीजन चार्टर भी पेश किया जा रहा है ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के पास विरोध का कोई आधार बचता नहीं है। वह बिना वजह शोर कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि हम पावर पॉलिटिक्स करने नहीं आए हैं। लोग हमसे 2019 के बारे में सवाल करते हैं, लेकिन हम किसी रेस में नहीं हैं। दिल्ली की जीत करिश्मा है और हमें ईमानदारी से कड़ी मेहनत जारी रखना है। संकेत मिल रहे हैं कि ऐसा ही नतीजा पंजाब में देखने को मिलेगा।