पटना। बिहार में सतारूढ़ महागठबंधन के सबसे बड़े घटक राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने स्वीकार किया कि प्रशासनिक चूक के कारण राजधानी पटना में मकर संक्रान्ति के अवसर पर शनिवार को एनआईटी घाट पर बड़ा नाव हादसा हुआ।
नाव हादसे में अब तक मारे गए 25 लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए यादव ने रविवार को यहां कहा कि इस आयोजन के लिए मुक्कम्मल व्यवस्था नहीं की गई थी। उन्होंने कहा कि इतने बड़े आयोजन की जानकारी उन्हें नाव हादसे के बाद मिली।
उन्होंने माना कि सरकार को इसकी व्यवस्था देखनी चाहिए थी। इस बीच केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि इतनी बड़ी त्रासदी की जिम्मेवारी किसी न किसी को लेनी होगी।
उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुखद है कि पर्व के अवसर पर बिहार की राजधानी पटना के 25 लोग बेमौत मारे गए। केन्द्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह अपनी सम्वेदना प्रकट करते हुए कहा कि इस हादसे से सरकार की विफलता उजागर होती है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस आयोजन के लिए प्रशासनिक व्यवस्था करने में विफल रही है। इस बीच जद (यू) नेता श्याम रजक ने घटना पर दुःख प्रकट करते हुए कहा कि यह एक दुभाग्यपूर्ण घटना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं सभी बड़े अधिकारियों से समन्वय बना कर इसकी निगरानी कर रहे हैं।
एनडीआरएफ की आठ टीम और इसके 150 लोग सुबह से ही लापता लोगों की तलाश में लगे हुए हैं 1 गोताखोरों की भी इस कार्य में मदद ली जा रही है। सोलह नावों के जरिये गंगा में दूर-दूर तक इस हादसे में लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि गंगा दियारा से वापसी के समय शनिवार की देर शाम गंगा नदी में एनआईटी घाट के निकट दो नाव एक साथ जलमग्न हो गए थे। इस हादसे में अभी तक 25 लोगों की डूबने से मौत हो गई जबकि कई अभी भी लापता हैं।