ढाका। बांग्लादेश में रविवार को बारिश के कारण हुए ताजा भूस्खलन में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई, और इसके साथ ही भूस्खलनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 163 हो गई।
पिछले एक हफ्ते से देश में भारी मानसूनी बारिश के कारण भूस्खलनों का सिलसिला जारी है। खग्राचारी जिले में तीन बच्चों की मौत हो गई और एक महिला और उसकी बेटी की मौलवीबाजार में मौत हो गई।
खग्राचारी के पुलिस अधीक्षक अली अहमद खान ने कहा कि शनिवार रात बारिश के तेज होने के बाद रामनगर कस्बे में कीचड़ गिरने से एक मकान में सो रहे दो बच्चे जिंदा दफन हो गए।
अन्य कमरे में सो रहे उनके माता पिता को कोई छति नहीं हुई है। मौलवीबाजार के पुलिस अधीक्षक मुहम्मद शाहजलाल ने कहा कि एक 40 वर्षीय महिला और उसकी 13 वर्षीय पुत्री की उनके घर पर भारी भूस्खलन से मौत हो गई।
इन ताजा घटनाओं में हुई मौतों के साथ ही पिछले गुरुवार को देश में हुए भूस्खलन के बाद मरने वालों की संख्या 163 हो गई है। इस आपदा को सरकार ने इतिहास में अब तक का सबसे भीषण भूस्खलन करार दिया है।
इस आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए रंगमती जिले के उपायुक्त मंजूरुल मन्नान ने कहा कि शनिवार को दो और शव पाए थे, जिससे जिले में मरने वालों की संख्या 113 हो गई थी।
लगातार बारिश से लोग भूस्खलन की संभावना से भयभीत हैं और इससे कई लोग अपने घरों में खतरा होने के मद्देनजर गुरुवार से शुरू हुए 17 सरकारी आश्रयों में शरण लिए हुए हैं।
मन्नान ने कहा कि कुछ आश्रयों से चले गए थे, लेकिन वे वापस लौट रहे हैं। हमारे लोग हाथों में लाउडस्पीकर लेकर उन्हें वापस लौटने के लिए कह रहे हैं।
पिछले शनिवार को शुरू हुई बारिश गुरुवार और बुधवार को तेज हो गई थी, और रंगमती में 343 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी।
बांग्लादेश मौसम विभाग(बीएमडी) के स्थानीय प्रवक्ता आरिफ हुसैन ने कहा कि बीएमडी ने रविवार को रंगमती में केवल छह घंटों में 68 मिमी की बारिश दर्ज की गई है। आपदा प्रबंधन मंत्रालय पीड़ितों को सहायता देने और प्रभावित क्षेत्रों में हुई क्षति का आकलन कर रही है।