जम्मू-कश्मीर। नोटबंदी के बाद बड़गाम जिले के मालपोरा इलाके में जम्मू-कश्मीर बैंक में 14 लाख की लूट की वारदात को लश्करे तैयबा के आतंकियों ने अंजाम दिया था।
लूट की योजना को काफी समय पहले तैयार कर लिया गया था और इसमें दो विदेशी आतंकियों के अलावा स्थानीय लोगों ने भी साथ दिया था। पुलवामा पुलिस ने सभी लुटेरों को गिरफ्तार कर वारदात को सुलझा लिया है।
पुलवामा एसएसपी रईस अहमद भट्ट ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि बैंक में लगे कैमरों, कर्मचारियों के बयानों और खुफिया तंत्र से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो मोहम्मद इकबाल वानी का नाम सामने आया।
पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जब पूछताछ शुरू की तो उसने अपने दो साथियों फारुख अहमद भट्ट और तनवीर आलम वानी के बारे में पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि बैंक लूट की योजना को काकापोरा निवासी आरिफ डार उर्फ हैबतुल्ला ने तैयार की थी।
डार लश्करे तैयबा का एक एक्टिव आतंकी है। पूरी योजना में अबु अली और अबु इस्मायल नामक दो विदेशी आतंकियों को भी शामिल किया गया था।
सोमवार को दो वाहनों में सवार होकर वे मालपोरा बैंक शाखा में पहुंचे और बंदूक की नोक पर 14 लाख की लूट की वारदात को अंजाम दिया। इस लूट में पुलवामा जिले के छेवेखलन इलाके में रहने वाले तनवीर भट्ट और रकीब राथर ने आतंकियों को बैंक तक पहुंचाने का प्रबंध किया था।