जयपुर। राज्य में पूर्ण शराबबंदी, सशक्त लोकायुक्त और पूर्व विधायक गुरूचरण छाबड़ा को शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर पिछले 8 दिनों से अनशन कर रही छाबड़ा की पुत्रवधू पूजा छाबड़ा ने सोमवार देर रात राज्य सरकार से हुए समझौते के बाद अपना आमरण अनशन समाप्त कर दिया।
उनके स्वास्थ्य में गिरावट आने पर उन्हें गत 27 नवम्बर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन अस्पताल में भी उन्होंने अनशन जारी रखा।
राज्य सरकार ने पूजा को आश्वासन जिया है कि शराबबंदी व सशक्त लोकायुक्त की उनकी मांग पर अगले तीन माह में कोई निर्णय किया जाएगा।
जहां तक छाबड़ा को शहीद का दर्जा देने की मांग है,सरकार उनको देहदानी घोषित करेगी । समझौते का पूरा विवरण समाचार लिखे जाने तक नहीं मिल पाया था।
छाबड़ा अपने ससुर गुरशरण छाबड़ा के राज्य में शराबबंदी आंदोलन को जारी रखने के लिए गत 23 नवम्बर से अनशन पर बैठी थीं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में शराबबंदी की मांग को लेकर गुरशरण छाबड़ा ने अनशन करते हुए दम तोड़ा था।