नई दिल्ली। तिरुपति में भारतीय पाक कला संस्थान ने इस वर्ष के अगस्त माह से पाक कला में तीन वर्षीय बीएससी पाठ्यक्रम का पहला अकादमिक सत्र शुरू करने की बात कही।
भारतीय पाक कला संस्थान तिरुपति में विशेष रूप से पाक कला से संबंधित नियमित पाठ्यक्रम चलाया जाएगा। यह पाठ्यक्रम स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर की डिग्री प्रदान करेगा। इसके अलावा भारत की प्राचीन और पारम्परिक पाक कला को सुरक्षित करने का दायित्व भी संस्थाओं को दिया गया है। संस्थान में छात्रों को पाक कला से संबंधित विभिन्न आधुनिक अवधारणाओं और प्रौद्योगिकियों से परिचित कराया जाएगा।
पर्यटन मंत्रालय के अनुसार भारत के पाक कला पर्यटन का बाजार बढ़ रहा है और हमारी पारम्परिक पाक कला के प्रति अंतरराष्ट्रीय आकर्षण लगातार विकसित हो रहा है। इस क्षमता का भरपूर इस्तेमाल करने के लिए एक ऐसी संस्थागत प्रणाली की आवश्यकता है, जिसके माध्यम से प्राचीन और पारम्परिक पाक कला के हजारों दस्तावेजों को सुरक्षित किया जा सके।
पर्यटन मंत्रालय के पास होटल प्रबंधन संस्थानों और उससे संबंधित अन्य संस्थानों की पूरी श्रृंखला मौजूद है, लेकिन इस बात की आवश्यकता बराबर महसूस की जाती रही है कि उच्च स्तर पर एक ऐसी संस्थागत प्रणाली विकसित की जाए जो पाक कला के विशेषज्ञों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार करे। इस कमी को दूर करने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने तिरुपति में भारतीय पाक कला संस्था्न की शुरूआत की है।