सबगुरु न्यूज उदयपुर। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर बाल अधिकार संरक्षण के क्षेत्र में उदयपुर में कार्य कर रही संस्था ने रक्षा सूत्र बंधवा कर बाल अधिकार संरक्षण अभियान का आगाज किया।
आसरा विकास संस्थान के इस आयोजन में राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया को बच्चों ने रक्षासूत्र बांधा। इस अवसर पर कटारिया ने कहा कि बच्चों की सेवा भगवान की सच्ची सेवा है।
उदयपुर के तितरड़ी स्थित श्री आसरा विकास संस्थान के ओपन सेंटर होम में रविवार को हुए इस आयोजन में राज्य बाल संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन मनन चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान में निराश्रित अनाथ और गरीब तबके के बच्चों को पालनहार की योजना का पूर्ण लाभ नहीं मिल पा रहा है, इसके लिए सरकार को कठोर कदम उठाने होंगे तथा विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से बच्चों को यह लाभ दिलाने होंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे राष्ट्र के कर्णधार हैं। उन्होंने राजस्थान को भिक्षावृत्ति और बाल श्रम मुक्त बनाने पर जोर दिया।
विशिष्ट अतिथि भारतीय जनता पार्टी देहात महामंत्री चंद्रगुप्त सिंह चैहान, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के उप निदेशक गिरीश भटनागर ने भी विचार रखे। संस्थान के संस्थापक संचालक भोजराज सिंह पदमपुरा ने संस्थान की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संस्थान अपनी ओर से पाली में अत्याधुनिक ओपन शेल्टर होम बनाने को प्रयासरत है, जिसका काम आगामी 2 माह में शुरू होगा।
समारोह में बाल कल्याण समिति उदयपुर के अध्यक्ष प्रीति जैन, वी के गुप्ता, हरीश पालीवाल, राजसमंद बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष भावना पालीवाल, बाल सुरक्षा नेटवर्क के डॉ शैलेंद्र पंड्या, क्षेत्रीय पार्षद सुरेश मौजूद थे।
कटारिया एवं आयोग की चेयरपर्सन मनन चतुर्वेदी ने ओपन शेल्टर होम में रहने वाले बालकों को स्टेशनरी, शाला गणवेश आदि प्रदान की।
दोनों अतिथियों ने उदयपुर को बालको पर होने वाले अपराधों से मुक्त, भिक्षावृत्ति मुक्त बनाने के लिए बाल अधिकार संरक्षण अभियान का आगाज करते हुए पोस्टर का विमोचन किया। उन्होंने विभिन्न स्थानों बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, पुलिस थाना एवं सार्वजनिक स्थानों पर बच्चों पर होने वाले अपराधों में तत्काल सूचित किए जाने वाले नंबर युक्त फ्लेक्स का विमोचन भी किया।