इलाहाबाद/लखनऊ। जनपद न्यायालय में किसी आपराधिक मामले में गवाही पर आये एक दरोगा ने अधिवक्ताओं से विवाद व मारपीट के दौरान गोली चला दी। गोली लगने से एक अधिवक्ता की मौत हो गयी।
फिर क्या था अधिवक्ता उग्र हो गये और जमकर बवाल काटा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अन्दर घुस कर कई पुलिस कर्मियों को बुरी तरह पीटा तथा बवाल की सूचना पर कर्नलगंज थाने की पुलिस पहुंची तो वकीलों ने गोली चलानी शुरू कर दी। इस दौरान एक सिपाही को गोली जा धसी। इस बवाल ने एक उबाल सा ले लिया।
प्रिजन वैन समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। बवाल के दौरान अधिक्ताओं ने कई पत्रकारों पर हमला बोला और उन्हें चोंटे आई और कई राहगीर अन्य लोग घायल हो गये। वारदात पर काबू पाने के लिए जनपद की पूरी फोर्स एवं पीएसी और आरएएफ बुलानी पड़ी। हाईकोर्ट समेत जनपद के सभी तहसीलों समेत कई जनपदों में बवाल और हंगामा शुरू कर दिया।
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद न्यायालय में बुधवार को दोपहर एक आपराधिक मामले के अधिवक्ता नवी अहमद निवासी हल्दीगांव थाना करछना व उनके साथी अन्य अधिवक्ता शंकरगढ़ थाने के नारी बारी चैकी में तैनात दरोगा शैलेन्द्र सिंह गवाही देने के लिए पहुंचे। जहां विवेचना मामले को लेकर दरोगा से विवाद शुरू हो गया। देखते ही देखते दरोगा से अधिवक्ता भिड़ गये।
अधिवक्ताओं के बीच में घिरा अकेला दरोगा अपनी जान बचाने के लिए अपनी सर्विस रिवाल्वर निकालना चहा तो अधिवक्ता उसकी पिस्टल छीनने लगे। इस पर दरोगा ने गोली चला दी। इस दौरान गोली नवी अहमद के सीने में जा लगी। इतना ही नहीं इस दौरान और गोली चलाते हुए दरोगा जान बचाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर भागा।
उधर गोली चलने की सूचना पर कर्नलगंज थाने की पुलिस जबतक पहुंचती इस बीच घायल अधिवक्ता को लेकर कुछ अधिवक्ता अस्पताल भागे और कुछ अधिवक्ता उग्र होकर तोड़-फोड़ करते हुए एसएसपी कार्यालय जा पहुंचे और वहां मौजूद एक विकलांग दरोगा समेत कई पुलिस कर्मियों को बड़ी बेरहमी से पीटा। आरोपी दरोगा घटना की सूचना देने के बाद जान बचाकर वहां से भाग निकला।
फिर क्या था अधिवक्ता भी गोली चलाने लगे। इस दौरान सीओ कर्नलगंज पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची तो कर्नलगंज थाने में तैनात सिपाही अजय नागर के गले में गोली जा धसी और सीओ कर्नलगंज बाल-बाल बच गयी। गोली लगते ही उन्होंने तत्काल अपने आलाधिकारियों को खबर दी। यह सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों को मौके पर बुलाया और स्थिति को काबू पाने का प्रयास करने लगे।
इस दौरान वकीलों ने प्रिज वैन समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। दो दर्जन से अधिक दुपहिया वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। जमकर पथराव किया। हालांकि पुलिस एवं पीएसी पहुंचने से पहले जमकर उपद्रव किया। अग्नि समन दस्ते को भी वकालो ने कचहरी परिसर में आने से रोक दिया।
बवाल पर काबू पाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने लाठी भाजी, इस पर अधिवक्ताओं ने कवरेज करने पहुंचे कई मीडिया कर्मियों को पीटा और पथर मारे। इस दौरान छायाकार गिरीश श्रीवास्तव समेत कई कैमरा मैन घायल हो गये। कुछ के कैमरे तोड़ दिये गये। अधिवक्ताओं की अभद्रता के चलते मीडिया कर्मियों ने अपने आप को सुरक्षित करने के लिए जान बचाकर दूर भागे।
दरोगा की गोली से वकील की मौत का मामला जंगल में लगी आग की तरह हाईकोर्ट समेत जनपद के आस-पास कई जनपद की तहसील कार्यालय में फैल गयी और अधिवक्ता हड़ताल कर दिया। हाई कोर्ट में भी वकीलों ने जमकर बवाल काटा। जनपद में कई स्थानों पर चक्काजाम की खबर मिली है।
बवाल पर काबू पाने के लिए जिलाधिकारी भवनाथ सिंह, डीआइजी भगवान स्वरूप आईजी बृजभूषण शर्मा समेत जनपद के आलाधिकारियों ने कमान सभाली। आरएएफ, पीएसी लगा दी गयी है।
गोली से घायल सिपाही अजय नागर को उपचार के लिए रामबाग स्थित एक निजी चिकित्सालय में दाखिल कराया गया है। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। बताया जा रहा है कि पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंच कर कुछ अधिवक्ता मृत अधिवक्ता के शव को लेकर बवाल करने की कोशिश की। हालांकि पुलिस की मौजूदगी में वे शांत हो गये।
आईजी वृजभूषण ने कहा कि पहले शांति व्यवस्था कायम करने का प्रयास कर रहें है। उन्होंने कहा कि आपराधिक मामले में गवाही पर आये दरोगा से अधिवक्ताओं ने मारपीट व हाथा पाई किया और उसकी पिटाई शुरू कर दिया। इस दौरान दरोगा जान बचाने के लिए गोली चलाने का मामला सामने आया।
वकील की मौत का मामला लखनऊ में गरमाया
इलाहाबाद में कचहरी परिसर में बुधवार को गोली लगने से वकील की मौत होने की खबर के बाद लखनऊ के वकीलों का गुस्सा भी सड़कों पर उतर आया। सदर तहसील के स्थानान्तरण से पहले से आक्रोशित वकीलों के लिए इस खबर ने आग में घी डालने का काम किया।
क्लैक्ट्रेट से लेकर स्वास्थ्य भवन और हाईकोर्ट तक वकीलों ने जाम लगाकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। बवाल बढ़ने की आशंका पर भारी पुलिस बल के साथ ही पीएसी ने पूरे क्षेत्र को अपनी गिरफ्त में ले लिया और कचहरी के आसपास के क्षेत्र की मुख्य सीमाओं पर घेराबन्दी कर दी, जिससे वकील आगे नहीं बढ़ सके। फिलहाल, तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पीएसी और भारी पुलिस बल तैनात है।
इलाहाबाद में गोली लगने से वकील की मौत की खबर मिलने पर स्वास्थ्य भवन चैराहे पर वकील एकत्र हो गए, जहां उन्होंने हंगामा करते हुए आगे बढ़ना शुरू कर दिया। कचहरी के चारों ओर वकील जाम लगाकर प्रदर्शन करने लगे। इसकी जानकारी मिलने पर भारी पुलिस बल और पीएसी के साथ प्रशासनिक अधिकारी वहां पर पहुंचे, जिन्होंने पूरे इलाके में घेराबन्दी कर दी।
पुलिस की सतर्कता के चलते वकील बहुत ज्यादा हंगामा नहीं कर सके।गौरतलब है कि दो दिन पहले ही सदर तहसील के स्थानान्तरण को लेकर वकीलों और पुलिस के बीच काफी बवाल हुआ था। इस दौरान लाठीचार्ज और पथराव तक किया गया था। इसके बाद से तनाव का माहौल जारी था कि इलाहाबाद में वकील की मौत की खबर ने लखनऊ के वकीलों में व्याप्त गुस्से को और भी बढ़ा दिया।