कुआलालंपुर। मलेशिया के एक वकील ने गुरुवार को कहा कि उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन के सौतेले भाई किम जोंग-नाम की हत्या की आरोपी दोनों महिलाएं बलि का बकरा बनाई गई हैं।
आरोपी इंडोनेशियाई महिला सीती एस्याह के वकील गुई सून सेंग ने उन्हें दोषी नहीं पाया है। दक्षिणी कुआलालंपुर स्थित सेपांग की एक अदालत में सह आरोपी वियतनामी महिला दोअन थी हुओंग के साथ सी को पेश किया गया था।
वकील ने मामले की सुनवाई शुरू होने से पहले अपने मुवक्किल से मिलने के लिए पर्याप्त समय तथा सीसीटीवी फुटेज न दिए जाने को लेकर मलेशियाई पुलिस की आलोचना की।
समाचार एजेंसी एफे न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक कुआलालंपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 13 फरवरी को किम जोंग-नाम की हत्या के बाद उत्तर कोरिया के तीन संदिग्धों को उनका बयान दर्ज करने के बाद उन्हें स्वदेश जाने की अनुमति देने की भी गुई ने आलोचना की।
ऐस्याह ने उत्तर कोरिया के व्यक्ति (जेम्स) को मामले का एक संदिग्ध बताया था। गुई ने कहा कि बचाव पक्ष ने पुलिस से बयानों की प्रति की मांग की थी, लेकिन वह उन्हें अभी तक नहीं मिला।
वकील ने कहा कि सही सबूत तथा संसाधन प्रदान करना निष्पक्ष सुनवाई का हिस्सा है। सेपांग अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 30 मई की तारीख मुकर्रर की है, जिसके बाद अभियोजक फैसला लेगा कि क्या उन्हें दस्तावेज तैयार करने के लिए और अधिक समय की जरूरत है।
दो महिलाओं ने किम जोंग-नाम के चेहरे पर अत्यंत जहरीला रसायन छिड़ककर उनकी जान ले ली थी। दक्षिण कोरिया ने इस हत्या का आरोप उत्तर कोरिया पर लगाया था।
इस मामले में दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था और एक मार्च को उन्हें आरोपित किया गया। दोनों आरोपी महिलाओं ने दावा कहा था कि उन्हें लगा कि वे एक टेलीविजन कार्यक्रम के लिए बस मजाक कर रही हैं।
उत्तर कोरिया निवासी चौथे संदिग्ध के बारे में माना जा रहा है कि वह स्वदेश भाग गया है, जिसपर पुलिस ने हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। हालांकि उसने हत्या में संलिप्तता से इनकार करते हुए दक्षिण कोरिया तथा मलेशिया पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है।