उत्तरकाशी। ईएसजेड (ईको सेसिंटिव जोन) के जोनल मास्टर प्लान के लिए शनिवार को गंगोरी में आयोजित की गई पांचवी बैठक भी बहिष्कार की भेंट चढ़ गई।
ईएसजेड में तैयार किये जाने वाले जेडएमपी (जोनल मास्टर प्लान) में अधिसूचित गांवों के जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के परामर्श लिये जाने के लिए पांचवी बैठक राजकीय इण्टर कालेज गंगोरी में हुई।
इस बैठक में गंगोरी, अगोड़ा, ढासड़ा, भंकोली, नौगांव, सेकू, उत्तरौं, नाल्ड, संग्राली, पाटा, बगियालगांव, खाण्डगांव तथा औंगी के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों को आंमत्रित किया गया था, जिसमें उन्हें ईको सेंसिटिव जोन घोषित होने के उपरान्त जारी नोटिफिकेशन तथा इसके लिए तैयार किये जाने वाले जोनल मास्टर प्लान के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देने के साथ उनसे परामर्श लिया जाना था। लेकिन, संबधित क्षेत्र के प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने विरोध प्रकट करते हुए बैठक का बहिष्कार कर विरोध में ज्ञापन डीएम इंदुधर बौड़ाई को सौंपा।
जनप्रतिनिधियों की ओर से ज्ञापन प्रेषित किये जाने के दौरान डीएम ने जोनल मास्टर प्लान के बारे में बताने की कोशिश की और कहा कि जोनल मास्टर प्लान क्षेत्र के विकास के लिए बनाया जा रहा है, लेकिन कोई भी सुनने को राजी नहीं है जो कि खेदजनक है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि जोनल मास्टर प्लान तैयार करने में ईको सेंसिटिव जोन के अन्तर्गत अधिसूचित गांवों के निवासी पांच अक्टूबर को आयोजित की जाने वाली अंतिम बैठक में अपने सुझाव देंगे।
बैठक में प्रशासन की ओर से राज्य स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी की सदस्य मल्लिका भनोत, अपरजिलाधिकारी बी.के. मिश्रा, प्रभागीय वनाधिकारी गिरीश कुमार रस्तोगी, एसडीओ बाबू लाल, अधिशासी अभियन्ता यूजेवीएनएल प्रदीप कुमार बर्मन,अधिशासी अभियन्ता पीएमजीएसवाई राजकुमार,लोनिवि आर.एस. खत्री, मुख्य कृषि अधिकारी महिधर सिंह तोमर मौजूद थे।
ज्ञापन देने के दौरान विधायक विजयपाल सिंह सजवाण, ब्लाक प्रमुख भटवाड़ी चंदन सिंह पंवार, पूर्व उपाध्यक्ष चार धाम विकास परिषद् सूरतराम नौटियाल,पूर्व विधायक गोपाल सिंह रावत,लोकेन्द्र सिंह बिष्ट,पूर्व जिला पंचायत सदस्य कमल सिंह रावत, हरीश सेमवाल,सभासद हरीष डंगवाल सहित कई अन्य जनप्रतिनिधि शामिल थे।