Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
एसएमएस में 3 माह में शुरू होगा लीवर ट्रांसप्लांट - Sabguru News
Home Health एसएमएस में 3 माह में शुरू होगा लीवर ट्रांसप्लांट

एसएमएस में 3 माह में शुरू होगा लीवर ट्रांसप्लांट

0
एसएमएस  में 3 माह में शुरू होगा लीवर ट्रांसप्लांट

human organ

जयपुर। प्रदेश आर्गन ट्रांसप्लांट के लिए आवश्यक सभी तैयारियां प्रगति पर हैं। सवाई मानसिंह अस्पताल में में आगामी 90 दिन में लीवर ट्रांसप्लांट शुरू करने का रोड-मेप तैयार कर लिया गया है। आर्गन ट्रांसप्लांट के लिए आवश्यक उपकरणों की खरीद की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है एवं संबंधित चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों के प्रशिक्षण का कार्य भी यथाशीघ्र प्रारंभ किया जा रहा है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने सोमवार को शाम स्वास्थ्य भवन में ट्रांसप्लांट कंसलटेंट डॉ. क्रिस्टोफर बेरी एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ आयोजित बैठक में यह जानकारी दी। बैठक में आगामी दो माह में कैडेवर किडनी ट्रांसप्लांट एवं आगामी 3 माह में कैडेवर लीवर ट्रांसप्लांट का कार्य प्रारंभ करने के लिए तैयार किये गये रोड-मेप पर विस्तार से चर्चा की गई। शुरू में गैस्ट-फैकल्टी द्वारा आर्गन ट्रांसप्लांट किया जायेगा एवं स्थानीय चिकित्सकों को नियमित प्रशिक्षण उपरांत इस कार्य को निरंतर जारी रखा जायेगा।

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि एसएमएस अस्पताल के स्तर पर आर्गन ट्रासप्लांट कार्यों में प्रशासनिक समन्वय हेतु अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. आर.एस.राव को जिम्मेदारी दी गयी है। इसी प्रकार निदेशालय स्तर पर संयुक्त निदेशक डॉ. आर.एल.मीणा को समन्वयक बनाया गया है।

उन्होंने बताया कि आर्गन ट्रासप्लांट इकाई के लिए अलग से परियोजना निदेशक की भी नियुक्ति की जायेगी। प्रोजेक्ट फेसिलिटेटर के रूप में दिलीप जैन अपनी सेवाएं देंगे। उन्होंने बताया कि एसएमएस अस्पताल में आर्गन ट्रासप्लांट का कार्य करने के लिए इच्छुक चिकित्सकों से आवेदन लेकर उन्हें उच्च प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण हेतु भेजा जायेगा।

उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा लीवर ट्रांसप्लांट के लिए आवश्यक 153 उपकरणों की सूची प्राप्त कर इन उपकरणों की खरीद की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए वित्तीय संसाधनों सहित किसी भी संसाधन की किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जायेगी।