जोधपुर। आखलिया चौराहा के पास में गोल्ड के नाम पर लोन देने वाली कंपनी के साथ पांच लोगों ने मिलकर लाखों की ठगी कर ली।
जनवरी से जुलाई के बीच पांच लोगों ने मिलकर कंपनी को सोने की चूडियों के बदले लोहे की रॉड में चपड़ी भरी और गोल्ड हल्की पॉलिश की गई चूडिय़ां देकर लोन उठाया। इसका पता लगने पर कंपनी कर्मचारियों का माथा ठनका और अदालत में परिवाद दायर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करवाई।
आखलिया चौराहा स्थित मणपुरम फायनेंस लिमिटेड शाखा कार्यालय आईडी 1411 ब्रांच हैड अधिकृत प्रवीण कुमार ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि कंपनी गोल्ड पर लोन उपलब्ध करवाती है।
16 जनवरी को लूणी का लुणाराम उसके ऑफिस पर आया और गोल्ड पर लोन लेने की इच्छा जाहिर की। इस पर कंपनी की तरफ से उसे तय नियमानुसार शर्ते बताई गई। इस पर लुणाराम ने शर्ते पूरी कर कंपनी को चार सोने की चूडिय़ा जिनका वजन करीबन 95 ग्राम था। जिस पर एक लाख 13 हजार 114 रूपए का लोन लिया।
इसके बाद 15 फरवरी को लूणाराम के साथ लूणी का कैलाश दास आया और उसने भी चार चूडियां वजनी 89.82 ग्राम दी और 99 हजार 999 का ऋण लिया। इसके अगले माह यानी 11 मार्च को लूणाराम व कैलाशदास के साथ में कुंदन सिंह आया और उसने भी इसी तरह की प्रकिया अपनाते हुए कंपनी को चार चूडियां वजन 96.06 ग्राम दी और एक लाख 19 हजार का लोन लिया।
इसके ठीक बाद में 23 मार्च को इन तीनों के साथ में पंकज दास आया और 95 ग्राम चूड़ियों के बदले में 93 हजार का लोन लिया। इन चार लोगों के लोन के बाद लूणाराम, कैलाश दास, पंकज दास और कुंदन सिंह के साथ प्रतापनगर के चांदणा भाखर का मनीष राव आया और 21 जुलाई को वह चार चूडिय़ा देकर शर्ते तय करने के बाद एक लाख 10 हजार रूपए लोन लेकर गया।
रिपोर्ट में बताया गया कि कंपनी की तरफ से लोन लेने के बाद ब्याज और गिरवी सामान को छुड़ाने के लिए तय सीमा थी। मगर यह लोग बाद में आए ही नहीं। इस पर कंपनी को कुछ संदेह होने पर चूडियों की जांच करवाई गई।
तब पता लगा कि चूडिय़ां लोहे की रॉड से बनी होने के साथ उनमें चपड़ी भरी थी। साथ ही सोने की हल्की पॉलिश करवाई गई थी। प्रतापनगर पुलिस ने बताया कि धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर तफ्तीश आरंभ की गई है।