धर्मशाला। 16वीं निर्वासित तिब्बती संसद के लिए सिक्योंग यानि प्रधानमंत्री चुने गए डॉ. लोबसांग सांग्ये शुक्रवार को धर्मगुरू और नोबेल पुरस्कार विजेता दलाईलामा की मौजूदगी में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे।
लगाातार दूसरी बार निर्वासित तिब्बती ससंद के प्रधानमंत्री चुने गए ने डा. सांग्ये मैक्लोडग़ंज स्थित मुख्य बौद्धमठ चुगलाखंग जिसे दलाईलामा मंदिर भी कहा जाता है, में आयोजित होने वाले समारोह में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
समारोह को धर्मगुरू दलाईलामा और प्रधानमंत्री डा. सांग्ये अपना संबोधन भी देंगे। समारोह सुबह साढ़े नौ बजे शुरू होगा तथा साढ़े ग्यारह बजे तक चलेगा।
निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि कल होने वाले शपथ समारोह में सुबह 9:45 बजे धर्मगुरू दलाईलामा समारोह स्थल पर पंहुचेंगे जहां उनका प्रधानमंत्री चीफ जस्टिस कमीशनर, संसद अध्यक्ष तथा प्रधानमंत्री डॉ. सांग्ये धर्मगुरू का स्वागत करेंगे।
इसके बाद तिब्बती और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाएंगे तथा तिब्बती राष्ट्रगान भी गाया जाएगा। इस दौरान टिपा के कलाकार रगांरंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे।
डा. सांग्ये दूसरी बार लगातार लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए प्रधानमंत्री हैं जिनका पांच साल का कार्यकाल रहेगा। इस मौके पर निर्वासित तिब्बती सरकार के सांसदों के अलावा तिब्बती तथा विदेशी मेहमान भी मौजूद रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि बीते 27 अप्रेल को आए चुनाव परिणाम में डा. सांग्ये ने अपने प्रतिद्वंद्वी निवर्तमान स्पीकर पेंपा सेरिंग को 9012 मतों के भारी अंतर से हराकर जीत दर्ज की थी। चुनवा में इसके अलावा 45 संसद सदस्य भी चुने गए हैं।
याद रह कि निर्वासन के 57 वर्षों के दौरान निर्वासित तिब्बती सिक्योंग सहित 15वीं काशाग यानि मंत्रिमंडल के लिए दूसरी बार लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव हुआ था।