सबगुरु न्यूज-सिरोही। पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने राज्य सरकार और प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी पर निशाना साधते हुए कहा कि सिरोही भ्रष्टाचार का बोलबाला है और प्रशासनिक मशीनरी की अकर्मण्यता जगजाहिर हो चुकी है, इसके उपरान्त अधिकारियों का वर्षों से तबादला नहीं हो रहा है। प्रभारी मंत्री की कोई अधिकारी सुनता तक नहीं है।
लोढृ़ा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके आरोप लगाया कि सिरोही के विधायक ओटाराम देवासी के राज्य मंत्रीमंडल में मंत्री होने तथा साथ ही जिले का प्रभारी मंत्री होने पर भी वह राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर हुए समारोह में राज्य सरकार से सिरोही को कुछ भी ऐसा नहीं दिलवा सके, जिससे सिरोही की संपूर्ण जनता लाभांवित हो सके।
लोढ़ा ने कहा कि प्रशासन की पकड निचले स्तर पर कमजोर होने से सरकार की योजनाओं का भी लाभ आम जनता को व्यापक स्तर पर नहीं मिल पा रहा है। जनसुनवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है तथा जन सुनवाई में जनता की जगह भाजपा के कार्यकर्ता ही एकत्रित होते दिखाई देते है।
उन्होंने कहा है कि नर्मदा नहर, बत्तीसा नाला, सालगांव बांध, हेलीकॉप्टर सेवा योजना, तीर्थ स्थलों का विकास, मेडिकल कॉलेज, रेवदर व पिण्डवाडा में सरकारी कॉलेज, आबूरोड में उपखण्ड कार्यालय, सिरोही हवाई पट्टी का उपयोग, गुलाबगंज-माउण्ट आबू सडक मार्ग निर्माण सहित कई कार्यों पर मंत्री ने कोई बयान नहीं दिया है।
पैसा देकर पद लेने को बढ़ावा
लोढ़ा ने आरोप लगाया कि प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी के दो वर्ष के कार्यकाल में भाजपा संगठन में पैसा लेकर पद देने को बढावा मिला है। जिले का एक मंत्री केबीनेट में होने के बावजूद जिला अस्पताल में दो साल से बेहोशी व पेथेलॉजिस्ट का डॉक्टर नहीं लगा पाये है।
जिले का प्रभारी मंत्री स्वयं गोपालन मंत्री होने के बावजूद सिरोही जिले में पशु चिकित्सकों में 75 प्रतिशत पद रिक्त होने से आये दिन गोशालाओं में गौवंश की अकाल मृत्यु हो रही है।
प्रशासनिक अधिकारी नहीं मानते मंत्री के आदेश
लोढ़ा ने आरोप लगाया कि जिले के प्रभारी मंत्री की पकड इतनी कमजोर है कि प्रशासनिक अधिकारी उनके आदेशों की क्रियान्विति तक नहीं करते है। प्रभारी मंत्री आबूरोड में नया अस्पताल उस स्थान पर बनाने की घोषणा करते है जहां आबूरोड की जनता चाहती है, लेकिन प्रशासन उनकी घोषणा को लागू नहीं कर रहा है। जिससे स्वीकृत अस्पताल की लागत बढती जा रही है। जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति भी बिगडती जा रही है।
लोढ़ा ने आरोप लगाया कि सिरोही विधानसभा क्षेत्र से पहली बार किसी विधायक को मंत्री बनाने का अवसर मिला है लेकिन मंत्री ने दो वर्ष में कोई ऐसा कोई काम नहीं किया है जिससे जनता को सीधा लाभ मिला हो। जिले का मंत्री स्वयं प्रभारी मंत्री होने के उपरान्त भी जिले में चिकित्सा, शिक्षा, परिवहन सहित अन्य विभागों के काम नहीं होने से जनता बहुत दु:खी है।
अभी हाल ही में जिले में जन आन्दोलन, धरने, प्रदर्शन एवं ज्ञापनों का जो दौर चल रहा है और उसमें जिस तरह से हजारों की तादाद में लोग उमड़ रहे है उसमें साफ जाहिर है होता है कि लोग इस शासन की सुशासन, पारदर्शी एवं स्वच्छ प्रशासन से परेशान है।