सबगुरु न्यूज-सिरोही। पूर्व विधायक संयम लोढा ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर आरोप लगाया कि बाढ की हालत के मध्यनजर पाली, जालोर, सिरोही की गोशालाओं पर फूटी कौडी जारी नहीं की है। लोढा ने भाजपा व मुख्यमंत्री को चुनौती दी कि उन्होने बाढ के मध्यनजर पाली, जालोर, सिरोही की 196 गोशालाओं को जुलाई 2017 में किसी भी तरह का चैक जारी किया है तो उसकी प्रति बताये।
लोढा ने कहा कि गोशालाओं की खातों में सीधा पैसा दिया है तो उसके विवरण को सार्वजनिक करें, लोढा ने कहा कि मुख्यमंत्री बाढ के लिए 196 गोशालाओं को जिस तरह 21.24 करोड रुपये जारी करने का प्रचार कर रही है, वह दरअसल 2014 से 2017 मई तक इन गोशालाओ को पूर्व में जारी की गई कुल सहायता राशि है।
लोढा ने आरोप लगाया कि जिस राशि का प्रचार किया जा रहा है, वह 2016-17 में खर्च की जा चुकी है। लोढा ने मुख्यमंत्री पर गोशालाओं, गोपालकों व गोसेवको के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस तकलीफ में न केवल आज जनता को भ्रमित कर रही है बल्कि भारत सरकार को भी गलत जानकारी देकर समस्या भी बढा रही है।
लोढा ने मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि उन्होंने चुनाव में राजस्थान की जनता से वादा किया था कि कांग्रेस सरकार ने राजस्थान की समस्त गोशालाओ को राज्य मद से 3 महीने का अनुदान दिया था। यदि भाजपा सत्ता में आयी तो इसे बढाकर 9 माह का कर दिया जायेगा।
सत्ता में आते ही उन्होने कांग्रेस द्वारा दिया जा रहा 3 माह का अनुदान बंद कर दिया और राजस्थान की गौषालाओ की इस कदर उपेक्षा की कि यह गौषाला गायो की कब्रगाह बन गई। उन्होने वसुंधरा से मांग की कि वह तुरन्त राजस्थान की गौषालाओ की पहली अगस्त को सहायता राषि जारी करे। उसके बाद अपना प्रचार करें।
उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री को इस आपदा का हवाई जायजा तो तत्काल लेना चाहिये था और अब तो तीनो जिलो में रात्रि विश्राम कर नीचे स्तर पर समीक्षा बैठके लेकर फीड बैक लेकर हाथांे-हाथ राहत देनी चाहिये थी।
लोढा ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा में भामाशाहो एवं समाज सेवियांे ने जिस उदारता से मदद की उसी के कारण लोगो को राहत मिली है। भामाशाहो ने हेलीकाॅप्टर किराये पर लेकर फुड पेकिंग पहुंचाये जबकि यह काम सरकार को अपने स्तर पर करना चाहिये था।
लोढा ने कहा कि मुख्यमंत्री को अब भी उन बांधो व पुलियो का तत्काल निर्माण व मरम्मत करवाने का निर्णय लेना चाहिये। जिससे पानी का बहाव हो रहा है। उन्होने अणगौर बांध के ओवरलो की क्षतिग्रस्त दीवार बनवाने एवं सुकली, सेलवाडा, बनास, टोकरा, धान्ता, ओडा, कालीबेरी सहित सभी बांधांे की अधिक मजबूती के लिये जो भी आवश्यक कार्य हो वो तथा इनकी नहरांे की मरम्मत करवाने का कार्य प्राथमिकता से करवाने की मांग की है।
उन्होंने बरसात से क्षतिग्रस्त हुई मुख्य रपटो पर पुलिया निर्माण एवं सडको के पुनर्निर्माण का कार्य पहली प्राथमिकता से करवाने की मांग की।