सबगुरु न्यूज-सिरोही। कांग्रेस के पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने एक और राजनीतिक कदम उठाते हुए गुरुवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पत्र लिखा है।
इस पत्र में उन्होंने बड़ी ही सधी हुई भाषा में बिंदुवार सिरोही की समस्याओं को राजे के समक्ष रखा है। पत्र में राजे को सबका साथ-सबका विकास नारे को याद दिलाते हुए बताया कि प्रशासनिक बैठकों में प्रतिपक्ष को भी बुलाया जाए ताकि प्रशासन को बताया जा सके कि कहा काम की जरूरत है और काम की गुणवत्ता क्या है।
इस पत्र में लोढ़ा ने पूरे जिले की प्रमुख मांगों और कामों को राजे को बताते हुए यह भी लिखा। लोढ़ा ने पत्र का अंत बड़े ही रोचक तरीके से किया। उन्होंने लिखा कि ज्ञापन की पावती एवं होने वाली प्रगति से अवगत करवाएंगी तो हमें भी आपके प्रयासों को जनता तक पहुंचाने में खुशी होगी।
यह मांगे रखी पत्र में
आबूरोड में उपखण्ड अधिकारी कार्यालय, सिरोही व आबूरोड हवाई पट्टी का नियमित हेलीकॉप्टर व विमान सेवा के लिए उपयोग, आबूरोड यूआईटी में स्टाफ नियुक्ति कर माउण्ट आबू व आबूरोड के विकास की तस्वीर बनाना, भैंसासिंह बांध का पानी आबूरोड के लोगों व किसानों को दिलवाना, आबूरोड चिकित्सालय भवन के लिए भूमि का कब्जा राजस्व रेकर्ड में सौंपना, माउण्ट आबू की सालगाव परियोजना की स्वीकृति, माउण्ट आबू में रोप-वे निर्माण, गुलाबगंज-माउण्ट आबू वैकल्पिक मार्ग का निर्माण, चुनाव के दौरान सिरोही को नर्मदा का पानी दिलवाने के वादे की पालना, सिरोही में वृहद सरकारी उद्योग की स्थापना, सिरोही जिला मुख्यालय पर मेडीकल कॉलेज की स्थापना, बंद पड़े ब्लड बैंक को शुरू करवाना, चेक पोस्टों व वे ब्रिज पर कैमरे लगाकर ओवरलोडिंग को रोकना, सिरोही जिला मुख्यालय को रेल से जोडऩे, पिण्डवाड़ा में मूर्तिकला कौशल केन्द्र खोलना, सिरोही रोड रेलवे स्टेशन को बी श्रेणी में शामिल करवाकर यहां प्रवासियों की मांग के अनुसार ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित करना, सिरोही में कृषि मंडी की स्थापना, रेवदर उपखण्ड स्तर पर कॉलेज खोला जाए तथा मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना के तहत एक-एक तालाब हर गांव में खोदने का कार्य इसी वर्ष से शुरू करने की आवश्यकता है।
राजनीतिक मंच पर आई यह मांग
संयम लोढ़ा ने पहली बार राजनीतिक रूप से सिरोही फोरलेन टनल में से नहीं गुजरने वाले वाहनों से भी टोल बूथ पर टनल का पैसा लिए जाने का मुद्दा उठाया। sabguru.com। उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में इसे प्राकृतिक न्याय के विपरीत बताया। उन्होंने बताया कि सिरोही व मंडार से शिवगंज जाने वाले वाहन चालकों को इसका टोल देना पड़ता है।
उन्होंने इसे अन्याय बताते हुए इस ओर ध्यान देने की मांग की। अब देखना यह है कि कांग्रेस इस मुद्दे को किस तरह और किस हद तक उठाती है। उथमण के टोल नाके के सारणेश्वर के निकट स्थापित होने से यह समस्या निस्तारित हो सकती है।