सबगुरु न्यूज-सिरोही। पूर्व विधायक संयम लोढा का दूसरा लेटर बम फोडा। इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जिले में प्रस्तावित दौरे से पूर्व जिले की प्रशासनिक मशीनरी व उनके जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली की पोल खोली। इस पत्र में लोढा ने मुख्यमंत्री को बताया कि किस तरह प्रशासनिक अधिकारियों की अकर्मण्यता व जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के कारण सिरोही के आम नागरिक को प्रताडित होना पड़ रहा है।
लोढ़ा ने मुख्यमत्री को लिखे पत्र में बताया कि जिस भ्रष्टाचार मुक्त शासन के वायदे पर वह भारी बहुमत से जीत कर आई थी, उनके अधिकारी और जनप्रतिनिधि उनके उन्हीं वायदों के विपरीत कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों को सरकार का कोई डर नहीं है। उन्होंने बताया कि जहां बड़े-बड़े अफसर और निचले स्तर तक के कार्मिक भ्रष्टाचार के मामलों में जेल में डाले जा रहे हैं, इसके विपरीत सिरोही जिला मुख्यालय व जिले में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सरकार के नियमों के विपरित काम करने वाले अफसर फील्ड पोस्टिंग लेकर सिरोही में बैठे हैं और वर्षों से एक ही जिले में पोस्ंिटग से जनता को लूट रहे हैं।
प्रशासन शराब माफिया, ड्रग माफिया, को.ऑपरेटिव सोसायटी माफिया, खनिज माफिया, तबादला माफिया, रिश्वत माफिया के इशारों पर चल रहा है। जनप्रतिनिधियों की कोई मॉनीटरिंग नहीं हैं। जनसुनवाई के नाम पर प्रशासन तथ्यों के विपरीत जवाब देकर दूसरे विभागों पर जवाबदेही ढोलने का काम करके लोगों को राहत पहुंचाने की बजाय पीडित कर रहे है। लोढा ने आरोप लगाया कि राजस्थान संपर्क पोर्टल पर दर्ज परिवाद को तोड़ मरोड कर रिपोर्ट पेश कर तथ्यहीन तरीके से निस्तारण कर देते हैं और इसकी रिपोर्ट परिवादी को नहीं देते, जिससे वह उनकी गलत रिपोर्टों को चौलेंज नहीं कर सके। इससे फरियादी को वास्तविक राहत नहीं मिल पाती। इस पोर्टल को भी अफसर अप्रभावी बनाकर सरकार की छवि धूमिल करने में लगे हुए हैं।
-स्थानीय निकायों की पोल भी खोली
लोढा ने आरोप लगाया स्थानीय निकायों में जनता सबसे ज्यादा परेशान है। यहां नियमों की खुलेआम अवहेलना हो रही है। अवैध निर्माण, अतिक्रमण और भ्रष्टाचार से जनता तो जनता जनप्रतिनिधि भी पीडिघ्त हैं। पार्षद व जनप्रतिनिधि कोई भी शिकायत करते हैं तो कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं होती। निकायों में जंगलराज व्याप्त है।
उन्होंने सिरोही नगर परिषद के करोड़ों के एलईडी लाइट घोटाला, सीसीटीवी कैमरा घोटाला, खसरा संख्या 1218 में नियमों विपरीत पट्टों को वितरण घोटाला, नियमों के विपरीत नगर परिषद में स्टॉफ की नियुक्ति घोटाला, राजीव नगर आवासीय भूमि घोटाला, बिना अनुमति व्यावसायिक कॉम्पलेक्सों के निर्माण का घोटाला, बिलानाम भूमि पर कब्जे व निर्माण के घोटालों की सीएमओ स्तर पर जांच करवाने की आवश्यकता जताई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह सिर्फ बानगी है। शिवगंज, आबूरोड, माउंट आबू और पिंडवाड़ा नगर निकायों में इस तरह के घोटालों के बारे में पार्षद शिकायतों पर शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है और घोटाले करने वालों का राज चल रहा है। लोढा ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लिखे इस पत्र में जिले के दौरे के दौरान इन बिंदुओं पर रिपोर्ट मंगवाने और इसकी समीक्षा करके जनता को जमीनी राहत पहुंचाने का अनुरोध किया है।