जकार्ता। दुनिया में ट्रीमैन के नाम से मशहूर डेडे कोसवारा की इंडोनेशिया के बांडुंग में 30 जनवरी की सुबह 42 साल की उम्र में मौत हो गई। वह ‘लेवांडोवस्की लुट्ज डिसप्लेसिया’ से पीड़ित था और ऐसी बीमारी में पूरा शरीर पेड़ जैसा बन जाता है। इस बीमारी से ग्रस्त होने कारण परिवार ने भी उससे दूरी बना रखी थी।
बताया जाता है कि कोसवारा कहा करता था कि जब वह इस घातक बीमारी से ठीक हो जाएगा तो अपने फैमिली बिजेनस को संभालेगा। वह कहता था कि क्या पता एक दिन उसे ऐसी लड़की मिले जो उसके साथ शादी करे और सारी उम्र उसका साथ निभाए लेकिन उससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
डाक्टरों के अनुसार उसके हाथ-पैर पेड़ जैसे हो जाने के कारण उनका वजन करीब पांच किलोग्राम रह गया था और कमजोरी के कारण वह खुद से खाना भी नहीं खा पाता था और न ही बोल पाता था।
अस्पताल में उसकी देखभाल नर्स किसी करती थी। नर्स का कहना है कि टाइम पास करने के लिए डेडे स्मोकिंग करता रहता था।
परिवार का सहारा नहीं मिला
डेडे कोसवारा को इस गंभीर बीमारी से पीडित होने के बाद अपनों ने भी छोड दिया। यहां तक की उसकी पत्नी भी और दो बच्चों ने भी उससे किनारा कर लिया। कोसवारा की बहन के मुताबिक वह अपने हाथों से खाना खाने में भी असमर्थ हो गया था। कमजोरी की वजह से वह बोल नहीं पाता था।