अजमेर। राजस्थान के शिक्षा राज्य मंत्री प्रो वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राज्य सरकार विश्व विख्यात बह्मामंदिर और सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह की सुरक्षा की कमान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को सौंपने जाने पर विचार कर रही है।
प्रो देवनानी ने गुरुवार को पुलिस अधिकारियों के साथ जिले सहित अजमेर एवं पुष्कर की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह तथा पुष्कर स्थित ब्रह्मा मन्दिर सहित धार्मिक एवं सार्वजनिक महत्व के सभी स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक मालिनी अग्रवाल एवं पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के साथ जिले में कानून एवं शान्ति व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में बम की अफवाह जैसी घटनाएं चिन्ताजनक हैं। अजमेर दरगाह और पुष्कर के कारण विश्व के धार्मिक पर्यटन के धार्मिक मानचित्र में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहां सुरक्षा के विशेष इंतजाम होने चाहिए।
उन्होंने दरगाह में प्रवेश के सभी द्वारों तथा पुष्कर स्थित ब्रह्मा मन्दिर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे सभी स्थान सीसीटी कैमरों की जद में होने चाहिए एवं सभी कैमरे भी चालू हालात में रखे जाएं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ के जवान तैनात करने का प्रस्ताव भी राज्य सरकार से चर्चा कर तैयार किया जाएगा।
उन्होंने अजमेर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस संबंध में राज्य स्तर पर भी समन्वय स्थापित किया जाएगा ताकि बांग्लादेशियों को चिन्हित कर उनके देश भेजने की कार्रवाई में तेजी लाई जा सके। बैठक में पुलिस अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि जिले में सुरक्षा इंतजामों में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी और दरगाह एवं पुष्कर में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।