भोपाल। राजधानी भोपाल के एडीएम कोर्ट में मंगलवार को एक प्रेमी-युगल की शादी कराई गई। इसके पहले इस मामले में नाटकीय घटनाक्रम जारी था।
यह शादी 26 दिसम्बर को होनी थी। तब बजरंग दल और युवती के परिजनों के दखल के कारण ऐसा नहीं हो सका। दरअसल बिल्डर विशाल मित्रा और भोपाल के ही कोलार रोड स्थित कालोनी में रहने वाली रितु दुबे आपसी रजामंदी से शादी करना चाहते थे।
रितु इंदौर के एक सरकारी बैंक में कार्यरत है। विशाल क्रिश्चियन है, इससे रितु के परिजन इस शादी का विरोध कर रहे थे। 28 दिसम्बर को एडीएम कोर्ट के बाहर हंगामा करते हुए, रितु के परिजनों का कहना था कि रितु को बहलाकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।
इस पूरे मामले की भनक जब बजरंग दल के देवेंद्र रावत को लगी, तो वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ शादी रुकवाने के लिए एडीएम दफ्तर पहुंच गए थे। इस हंगामे के बाद प्रेमी युगल के वकील रावर्ड एंथोनी ने एडीएम कोर्ट में बताया था कि दोनों ने हिंदू धर्म का शपथ पत्र दिया था।
लडक़ी के परिजन युवक के दूसरे धर्म का आरोप लगा रहे हैं, तो उन्हें कोर्ट में प्रमाण पेश करना चाहिए था। वकील ने प्रेमी युगल के लिए पुलिस सुरक्षा मांगी थी। इस दौरान लडक़ी को नारी निकेतन में रखा गया था।
इधर, मंगलवार को एडीएम रत्नाकर झा की कोर्ट में इस प्रेमी युगल की शादी कड़ी सुरक्षा के बीच हो गयी। इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में कोर्ट के बाहर थे।
बजरंग दल ने शादी रुकवाने की कई कोशिश की लेकिन, कोर्ट ने उनकी आपत्ति नजरअंदाज कर दी। कोर्ट ने कहा कि, मैरिज एक्ट में धर्म जैसी कोई बात नहीं लिखी गई है। अगर लडक़ा-लडक़ी राजी हैं, तो शादी नहीं रुक सकती।