नई दिल्ली। दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच एक बार फिर तनातनी का दौर शुरू हो गया है।
उपराज्यपाल द्वारा दिल्ली महिला आयोग में सचिव के तौर पर आईएएस दिलराज कौर की नियुक्ति मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा निरस्त करने के बाद अब राजनिवास ने दिल्ली डायलाग कमीशन (डीडीसी) के गठन से जुड़ी फाइल की जांच शुरू करा दी है।
इससे पहले दिलराज कौर की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल नजीब जंग को हिटलर करार दिया था। इसके बाद से तनातनी का दौर जारी है।
राज निवास के अनुसार उपराज्यपाल नजीब जंग ने डीडीसी के गठन से संबंधित फाइल 8 दिसम्बर को मंगा ली है। इसके अलावा डीडीसी की गतिविधि और उपयोगिता व अभी तक के खर्च से संबंधित आंकड़े उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।
विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। इसमें उपराज्यपाल सचिवालय ने यह भी जानकारी मांगी है कि डीडीसी अध्यक्ष के तौर पर आशीष खेतान और डीडीसी से जुड़े अन्य लोगों ने कितनी विदेश यात्राएं, किस मकसद से की हैं।
सूत्रों के अनुसार दिल्ली सरकार के अधिकारी यह जानकारी राज निवास को उपलब्ध कराने के लिए फाइलों को खंगाल रहे हैं। पिछले दिनों खेतान ने डीडीसी उपाध्यक्ष के तौर पर इंग्लैंड के मैनचेस्टर और चीन की यात्रा की है। जबकि डीडीसी के सचिव सदस्य हल्दिया ने मलेशिया की यात्रा की थी।
आम आदमी पार्टी के घोषण पत्र में शामिल दिल्ली डायलाग सरकार को सलाह देने के लिए बनाया गया था। इसके बाद आप सरकार द्वारा 27 फरवरी 2015 को डीडीसी के गठन का निर्णय लिया था।
इसके बाद पहले से दिल्ली डायलाग का काम देख रहे आशीष खेतान को इसी वर्ष 16 जुलाई को डीडीसी का अध्यक्ष बना दिया गया।
दूसरी ओर, 24 फरवरी 2016 को डीडीसी को पुनगर्ठित करने का निर्णय लिया गया। हालांकि डीडीसी का गठन उपराज्यपाल से मंजूरी मिलने के बाद ही किया गया था।