लखनऊ। मातृत्व का प्रेम कहे या मानसिक बीमार, वृद्धा की मौत के बाद भी बच्चों ने अपनी मां को नहीं छोड़ा। 20 दिन बाद कमरे से बदबू आने पर पड़ोसियों को घटना की जानकारी हुई तो पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
हसनगंगज थाना प्रभारी ने बताया कि पति रहमतुउल्लाह की मौत के बाद 90 वर्षीय मोना जबीन खां अपनी बेटी हुमा खां और बेटे फिरोज के साथ रहती थी। उम्र अधिक होने के चलते 20 दिन पहले उनकी मौत हो गई।
मां की मौत के बाद बच्चों ने अंतिम संस्कार न करके शव को बिस्तर पर ऐसे ही रखे रहे। ज्यादा दिन होने के बाद कमरे से निकली अजीबो-गरीब बू से इलाकाई लोग फिरोज के घर पहुंचे। भीतर से दरवाजा न खोलने पर स्थानीय लोगों ने पुलिस को बुलाया और दरवाजा तोड़कर कमरे के अंदर पहुंचे।
बिस्तर पर महिला का शव देखकर दहशत में आ गये। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी का कहना है कि शव की हालत देखकर मामला करीब 15 से 20 दिन पुराना लग रहा है।
बच्चों ने इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी, इसकी क्या वजह हो सकती है, उसकी जांच की जा रही है, वहीं इस घटना से इलाकाई लोग मातृत्व प्रेम से जोड़कर देख रहे है।