लखनऊ। राजधानी लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र में मंगलवार को हाजी कॉलोनी के लोग उस समय सकते में आ गए, जब उन्हें पता चला कि उनके इलाके के एक मकान में छिपे आतंकी से एण्टी टेरेरिस्ट स्क्वॉयड (एटीएस) से मुठभेड़ चल रही है।
जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक एटीएस की टीम ने मकान को चारों तरफ से घेर लिया, वहीं कई थानों की पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। एटीएस ने संदिग्ध आतंकी से आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन उसने इनकार कर दिया और छिप छिप कर फायरिंग करता, इसके जवाब में एटीएस ने भी फायरिंग की।
एटीएस कमाण्डो ने मकान में आंसू गैस के गोले भी दागे, जिससे आतंकी को जिन्दा पकड़का जा सके। ये पूरी कवायद कई घण्टों तक जारी रही और बीच-बीच में तरह-तरह की अटकलें लगायी जाती रहीं। कुछ देर तक आतंकी की ओर से फायरिंग नहीं होने पर अधिकारी भी भ्रम में आ गए और उन्होंने बीच में उसके मारे जाने की पुष्टि की, लेकिन फायरिंग दोबारा शुरू होने पर उन्होंने फिर ऑपरेशन जारी होने का हवाला दिया।
वहीं बाद में स्थिति साफ करते हुए एटीएस के आईजी असीम अरूण ने बताया कि जानकारी के आधार पर जब हम मौके पर पहुंचे तो आतंकी ने खुद को एक कमरे में बन्द कर दिया और फायरिंग शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि हम इसे जिन्दा पकड़ सकें, जिससे इसके पूरे कनेक्शन का पता लगाया जा सके।
मकान में मकान में घुसे आतंकी का नाम सैफुल बताया जा रहा है जो यहां किराये पर कमरा लेकर अपने साथियों के साथ रह रहा था। अधिकारियों के मुताबिक इसके पास एके 47 गन है, जिससे यह फोर्स को निशाना बना रहा है। वहीं ठाकुरगंज का इलाका काफी घना होने के कारण लोगों की भीड़ भी घटनास्थल के पास मौजूद हो गई।
फायरिंग और दहशत के माहौल के बीच कमाण्डो और पुलिस के अधिकारी मोर्चा संभाले रहे। बताया जा रहा है कि संदिग्ध आतंकवादी का सम्बन्ध मध्य प्रदेश से है। इसके आज भोपाल-उज्जैन के बीच हुए ट्रेन बम धमाके में भी संलिप्त होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि अभी साफ तौर पर अधिकारी इस बारे में कुछ नहीं कह रहे हैं।
वहीं मामला बेहद गम्भीर होने के कारण एटीएस के इस ऑपरेशन को पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद स्वयं ऑपरेट कर रहे थे। जबकि आईजी एटीएस मौके पर लगातार कमाण्डो को निर्देश देने में जुटे थे। इस बीच अन्धेरा होने पर आतंकी तक पहुंचने के लिए एटीएस ने रोशनी के इंतजाम करते हुए ऑपरेशन को अंजाम देने की कवायद शुरू की गई।
मौके पर सात एम्बुलेंस और दो दमकल मौके पर तैनात किए गए। इस पूरे मामले में एडीजी लॉ एण्ड आर्डर दलजीत चौधरी ने बताया कि यह ऑपरेशन केवल लखनऊ तक सीमित नहीं है। हमने कानपुर में भी दो गिरफ्तारी की है। उन्होंने बताया कि जब आतंकी का घेराव कर आत्मसमर्पण करने को बोला गया तो उसने कहा कि मैं शहादत हासिल करना चाहता हूं।
उन्होंने बताया कि इस शख्स का पूरी तरह से ब्रेन वॉश किया गया है। इसे बेहद जबरदस्त तरीके से गुमराह किया गया है। उन्होंने कहा कि हमने टीम को धैर्य नहीं खोने को कहा है। हम पूरी तरह वैधानिक तरीके से ही कार्यवाही करेंगे।
इस बीच इस पूरे मामले में एसएसपी मंजिल सैनी ने दुबग्गा चौकी इंचार्ज को निलम्बित कर दिया है। इस मामले में संदिग्ध आतंकी का वेरिफिकेशन में लापरवाही के चलते यह कार्रवाई की गई है। आतंकी डेढ़ महीने से इसी इलाके में था।
वहीं लखनऊ में शुरू हुई आतंकी से मुठभेड़ कर रही एटीएस की एक टीम ने कानपुर में भी छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान टीम ने चकेरी के जाजमऊ इलाके से दो संदिग्ध आतंकी को पकड़ लिया। कर्नलगंज में आतंकी साजिश के दौरान मदद करने वाले रहमानी मार्केट में अजहर एंड ब्रदर्स टेलीकॉम की दुकान में भी छापा मारा गया। इस दौरान टीम ने अजहर को पकड़ लिया।
जैसे ही उसे टीम ले जाने लगी, मार्केट के लोगों ने उन्हें घेर लिया और युवक को छुड़ाते हुए मौके से भगा दिया। इस बीच एसएसपी आकाश कुलहरि के साथ कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई और भागे युवक की तलाश में जुट गई। फिलहाल दुकान में ताला डालकर युवक फरार है। सूत्रों की माने तो गिरफ्तार आतंकी ने पूछताछ के दौरान कानपुर में कई और आतंकियों के छिपे होने की जानकारी दी है।
कानपुर पुलिस फोर्स के साथ कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। साथ ही कानपुर से सटे जहानाबाद और मौदाहा के लिए पुलिस की टीमें गई हैं। हालांकि पुलिस अभी भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। बताते चलें कि, कानपुर के पास 20 नवंबर व 28 दिसम्बर को हुए ट्रेन हादसे में इन्हीं आतंकियों के शामिल होने के इनपुट एटीएस को मिले हैं।
सूत्रों की माने तो अरेस्ट संदिग्ध आतंकियों ने भी पूछताछ में पुखरायां रेल हादसे में हाथ होने की बात कबूली है। अरेस्ट आतंकी के लिंक आईएसआईएस से जुड़े होने की बात निकल कर सामने आई है। सूत्रों की माने तो भोपाल एनकाउंटर का बदला लेने के लिए कानपुर में बड़ा आतंकी हमला करने की फिराक में थे।
वहीं लखनऊ और कानपुर के घटनाओं के सामने आते ही राजधानी में एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन सहित लखनऊ व प्रदेश के तमाम महानगरों में भी हाई अलर्ट कर दिया गया। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर सभी संदिग्ध स्थानों पर सघन तलाशी अभियान चलाया गया। इस पूरे मामले में गृह मंत्रालय यूपी पुलिस के संपर्क में बनी हुई है। बताया जा रहा कि यूपी पुलिस को ये सारा इनपुट तेलगांना पुलिस से मिला था।
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