लखनऊ। नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान (लखनऊ चिड़ियाघर) के सबसे बूढ़े और उम्रदराज हिमालयन भालू राजन की मौत हो गई। राजन के निधन से चिड़ियाघर के कर्मचारी बेहद दुखी हैं।
प्राणि उद्यान के निदेशक अनुपम गुप्ता के अनुसार राजन की मौत गुरुवार देर रात हुई। उसकी उम्र करीब 43 साल थी। वह इस प्राणि उद्यान में वर्ष 1980 में लाया गया था। उस समय इसकी उम्र लगभग सात वर्ष थी।
श्री गुप्ता ने बताया कि सामान्यतः हिमालयन भालू की उम्र 35 से 40 वर्ष होती है, परन्तु प्राणि उद्यान में अच्छी खुराक एवं बेहतर देखभाल के कारण राजन अपनी सामान्य आयु से अधिक जिया है। इसके अतिरिक्त हिमालयन भालू का बाड़ा भी बहुत बड़ा है। इसका भी उसके लम्बी उम्र जीने में अहम योगदान रहा।
प्राणि उद्यान के स्टाफ को इस भालू से बहुत ही लगाव था। ऐसे में इसकी मृत्यु से पूरे स्टाफ में मायूसी छा गई है। निदेशक की माने तो लखनऊ प्राणि उद्यान में ऐसे अनेक वन्य जीव हुए हैं जो अपनी सामान्य उम्र से अधिक जीये हैं। इनमें हिमालयन भालू के अतिरिक्त बब्बर शेर, टाइगर, लेपर्ड आदि भी सम्मिलित हैं।