भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पातरा पुल के पास बुधवार की सुबह दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। एक मासूम बच्ची झाडि़यों के पास मिली।
बच्ची के पैरों से खून निकल रहा था जिसे देख कर एक युवक ने कुछ महिलाओं को बुलाया और बच्ची को लेकर पास के एक निजी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने बच्ची का इलाज किए बिना उसे सुल्तानिया अस्पताल रेफर कर दिया।
युवक और महिलाएं बच्ची को लेकर सुलतानिया अस्पताल गए। पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। लेकिन पुलिस के देर से आने की बात सामने आई है, जानकारी एस.पी अंशुमन को दी गई, एसपी तुरन्त अस्पताल पहुंचे। जिसके बाद बच्ची का इलाज शुरू किया गया।
जानकारी के मुताबिक बुधवार की सुबह करीब 6 बजे बरखेड़ी पुल पातरा के पास रहने वाले मनोज बागरी शौच के लिए गए थे तभी अचानक बच्ची के रोने की आवाज सुनकर मनोज पास में गए तो देखा कि एक 3 साल की बच्ची झाडि़यों में जख्मी हालत में थी।
बच्ची के पैरों से खून निकल रहा था। मनोज ने अपनी पत्नी ज्योत्सना बागरी को मौके पर बुलाया उसके साथ तीन अन्य महिलाएं भी मौके पर पहुंची और बच्ची को लेकर पास के इंदिरा अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज से मना कर दिया और सुल्तानिया अस्पताल रेफर कर दिया।
सुल्तानिया अस्पताल में डॉक्टर्स ने एसपी अंशुमान सिंह के दखल के बाद बच्ची का इलाज शुरू किया। सुल्तानिया अस्पताल से मिली जानकारी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया है। बच्ची के परिजनों का पता अब तक नहीं लग सका है।
घटना की जानकारी मिलते ही प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस अस्पताल पहुंचीं और बच्ची के स्वास्थ्य की जानकारी ली। वहां मौजूद जिला, पुलिस प्रशासन एवं अस्पताल प्रबंधन से चर्चा की।
उन्होंने जिला प्रशासन को पीड़ित को पर्याप्त राहत देने और डाक्टरों से बालिका को समुचित उपचार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। घटना पर कड़ा रूख अपनाते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।