भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पद्मावती को राष्ट्रमाता बताते हुए ऐलान किया कि पद्मावती के जीवन और शौर्यगाथा पर ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ कर बनाई गई फिल्म को राज्य में प्रदर्शित नहीं होने दिया जाएगा।
वहीं भोपाल में रानी पद्मावती की शौर्य गाथा को प्रदर्शित करने वाला स्मारक स्थापित किया जाएगा और राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार दिया जाएगा।
राज्य के विभिन्न हिस्सों से आए राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने अपनी बात कही।
इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज पूरा देश एक स्वर में कह रहा है कि महारानी पद्मावती पर जो फिल्म बनाई गई है, उसमें ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ किया गया है, मैं जोश समझ सकता हूं, मगर जोश में होश होना भी जरूरी है।
चौहान ने फिल्म के ऐतिहासिक तथ्यों से हुई छेड़छाड़ का जिक्र करते हुए कहा कि ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ कर अगर राष्ट्रमाता पद्मावती जी के सम्मान के खिलाफ जो दृश्य दिखाए जाने की बात कही गई है तो मध्य प्रदेश की धरती पर फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने राजपूत समाज को भरोसा दिलाया कि फिल्म भले ही रिलीज हो जाए, मगर मध्य प्रदेश में उस पर प्रतिबंध रहेगा। यहां किसी भी स्थिति में फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रानी पद्मावती के बलिदान का अपमान देश और प्रदेश स्वीकार नहीं करेगा। भोपाल में रानी पद्मावती की शौर्य गाथा को प्रदर्शित करने के लिए स्मारक स्थापित किया जाएगा। भावी पीढ़ी के लिए प्रस्तावित वीर भूमि प्रकल्प में वीरों की शौर्य गाथाओं को प्रदर्शित किया जाएगा।
चौहान ने कहा कि भारत ने दुनिया को वीरता का पाठ पढ़ाया है। भारत के वीरों ने अपनी गरिमा, आत्म-सम्मान और मातृभूमि के लिए प्राणों का बलिदान दिया है। अपने मान-सम्मान की रक्षा के लिए बलिदान देने की भारतवर्ष की अद्भुत वीरगाथाओं का उदाहरण पूरी दुनिया में नहीं मिलता।
चौहान ने ऐलान किया कि महिलाओं के सम्मान के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्ति को राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसी प्रकार वीरता के लिए महाराणा प्रताप पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
इस मौके पर नंदकुमार सिंह चौहान ने फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस हिंदुस्तान की धरती पर अनेक पापी आए, पाप करके चले गए, आज भी दुर्भाग्य है कि हिंदुस्तान की धरती पर कुछ पापी के लिबास में आ जाते हैं और धन बनाने के लिए देश के इतिहास के साथ छेड़छाड़ करते हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विभिन्न जिलों से आए राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने रानी पद्मावती के सम्मान और गरिमा को धूमिल करने और इतिहास से छेड़छाड़ करने के षड्यंत्र के विरुद्घ मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिए।
मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद विभिन्न संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों ने चौहान का स्वागत किया। साथ ही कुछ लोगों ने यहां तक कहा कि चौहान ने उनका साथ दिया है, लिहाजा वे चौहान का साथ देंगे।
इस अवसर पर महिला सशक्तीकरण मंत्री अर्चना चिटनिस, सहकारिता राज्य मंत्री विश्वास सारंग, विधायक यशपाल सिसोदिया, विधायक सुरेन्द्रनाथ सिंह, विधायक रामेश्वर शर्मा और बड़ी संख्या में राजपूत समाज के प्रतिनिधि उपस्थित थे।