भोपाल। मध्य प्रदेश में शांति बहाली और किसानों की समस्याएं निपटाने के लिए शनिवार से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भेल के दशहरा मैदान में टेंट से बने अस्थाई कक्ष में रात गुजारी।
राज्य में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा से व्यथित होकर चौहान शांति बहाली के लिए शनिवार से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे हैं। वे सरकार भी यहीं से चला रहे है, शनिवार को एक तरफ जहां उन्होंने किसानों से मुलाकात की, वहीं अफसरों के साथ बैठकें भी की।
भोपाल में उपवास ‘दंगल’, जीतेगा कौन?
सीएम शिवराज के सामने किसानों ने भी शुरू किया उपवास
दशहरा मैदान में मंच के पीछे ही एक अस्थाई सभाकक्ष बनाया गया है। उन्होंने बीती रात उसी टेंट से बने कमरे में गुजारी।
उन्होंने रविवार सुबह संवाददाताओं से कहा कि रात में कई बार नींद खुली तो किसानों के बारे में ही सोचता रहा।
शिवराज से पूछा गया कि क्या उन्हें बिना एयर कंडीशनर के नींद आई? इस पर उन्होंने कहा कि मैं फाइव स्टार होटल में रहने का आदी नहीं हूं। लोगों ने यहां एसी लगाने के लिए कहा था लेकिन मैंने मना कर दिया।
उपवास का आज दूसरा दिन
मध्य प्रदेश में शांति बहाली और किसानों की समस्याएं निपटाने के लिए भेल के दशहरा मैदान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अनिश्चितकालीन उपवास का रविवार को दूसरा दिन है। शनिवार को उन्होंने कई किसान संगठनों से मुलाकात की थी और उनकी समस्याएं सुनी थी।
राज्य में एक जून से 10 जून तक चले किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के खिलाफ चौहान ने शनिवार से अनिश्चितकालीन उपवास शुरू किया है। उनका कहना है कि जब तक राज्य में शांति बहाल नहीं हो जाती है तब तक उनका उपवास जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री चौहान रविवार को भी उपवास पर रहेंगे और किसानों से अलग से बातचीत करेंगे। साथ ही सरकारी बैठकों का दौर भी जारी रहेगा।
उपवास पर बैठे किसान घर लौटे
मध्य प्रदेश में शांति बहाली और किसानों की समस्याएं निपटाने के लिए भेल के दशहरा मैदान में उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कर्ज माफी का आश्वासन न मिलने पर उन्हीं के सामने उपवास पर बैठे किसान शनिवार देर रात अपने घर लौट गए। उन्होंने रविवार को फिर उपवास स्थल पर पहुंचने का ऐलान किया है।
राज्य में एक जून से 10 जून तक चले किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के खिलाफ चौहान ने शनिवार से अनिश्चितकालीन उपवास शुरू किया है। इसके साथ ही किसानों को चर्चा के लिए बुलाया गया है। आम किसान यूनियन सहित सात संगठनों ने शनिवार को मुख्यमंत्री से कर्ज माफी की मांग की तो उन्होंने उसे महत्व नहीं दिया, इससे नाराज होकर किसान मुख्यमंत्री के मंच के सामने उपवास पर बैठ गए।
आम किसान यूनियन के संस्थापक सदस्य केदार सिरोही ने रविवार को बताया कि पानी की उपलब्धता न होने सहित अन्य समस्याओं के चलते उनके साथी रात को अपने घरों को लौट गए थे, रविवार की दोपहर तक फिर वे वहां पहुंचकर उपवास करेंगे।