भोपाल। सिंगापुर मध्यप्रदेश के पांच क्षेत्रों में राज्य सरकार के साथ काम करने के लिए तैयार हो गया है। इससे मध्यप्रदेश के विकास को नए आयाम मिलेंगे।
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी सिंगापुर यात्रा के दूसरे दिन बुधवार को सिंगापुर के प्रधान मंत्री ली हसेन ने लूंग से भेंट की। चौहान ने प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा और नगरीय नियोजन जैसे प्रमुख क्षेत्रों में मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने 5 सेक्टर में मध्यप्रदेश के साथ काम करने की मंशा जताई।
प्रधानमंत्री ली हसेन लूंग ने मुख्यमंत्री से कहा कि सिंगापुर का एक व्यापारिक प्रतिनिधि-मंडल 19-21 अक्टूबर 2016 को इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेगा। मुख्यमंत्री ने ली और ईस्वरन को भी समिट में आने के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री ने एमरेटस सीनियर मिनिस्टर गोह चोक टोन्ग और व्यापार एवं उद्योग मंत्री एस. ईस्वरन से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने सौर ऊर्जा, पवन और बॉयोमॉस ऊर्जा, नगर नियोजन, क्षमता निर्माण, खाद्य प्र-संस्करण और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं की भी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कल सिंगापुर की विभिन्न संस्था के साथ करारनामों पर दस्तखत किए जाएंगे। इनमें से एक करारनामा पश्चिमी मध्यप्रदेश में 1000 मेगावॉट के विंड फार्म के लिए होगा।
मुख्यमंत्री को ली क्वॉन यू स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी की फेलोशिप से भी नवाजा गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल, शिक्षा और शोध के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान के रूप में उभरा है। उन्होंने स्कूल से आग्रह किया कि वह मध्यप्रदेश की शैक्षणिक संस्थाओं के साथ अकादमिक और वैचारिक आदान-प्रदान करे।