भोपाल/इंदौर। उत्तरी हवाओं और बर्फ बारी के चलते सर्द हवाएं एक बार फिर से प्रभाव दिखाने लगी हैं। पश्चिमी विक्षोभ के चलते आसमान पर बादलों का जमघट नजर आने लगा है और हवाओं की गति में भी तेजी आ गई है।
राजधानी भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में एक दिन मामूली राहत के बाद शुक्रवार से पारा वापस लुढ़कने लगा है। शनिवार भी सुबह से ही कंपकंपाहट महसूस की जा रही है। बुधवार को सर्द हवाओं से थोड़ी राहत के बाद गुरुवार रात से ठंड ने अपना असर फिर दिखाना शुरू कर दिया। शुक्रवार सुबह से ही फिर पारा लुढ़कने लगा है और ठिठुरन बढ़ गई। आज भी सुबह से ही हवाओं की गति काफी तेज है। हवा 20 से 30 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर-भारत से चल रही बर्फीली हवा के चलते रात के तापमान में एक डिग्री की गिरावट आ गई। राजधानी भोपाल और इंदौर में न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री रिकार्ड किया गया। इंदौर जिले में मौसम का सबसे कम तापमान 7.2 डिग्री दर्ज किया गया है। तापमान कभी बढ़ता तो कभी घट जाता है। हाल ही में हवा की गति 8 किमी प्रति घंटा तक पहुंची थी, लेकिन अब फिर से तेज ठंडी हवा चल रही है।
मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर में लो प्रेशर एरिया बनने के कारण मौसम ठंडा हो रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से आसमान में बादल छाने लगे हैं इससे वातावरण में आर्द्रता बढ़ गई है जिसके चलते दिन व रात के तापमान में इजाफा होने लगा है। बादलों के छंटते ही दो दिन बाद ठंड का एक और दौर शुरू हो जाएगा । जम्मू-काश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से राजस्थान और उससे लगी हरियाणा की सीमा पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है, जहां से हवाओं का पैटर्न बदल गया है। इससे प्रदेश के उत्तर-पूर्वी इलाकों में बरसात के भी आसार बन गए हैं।
विभाग का कहना है कि 18 दिसम्बर को दिन के तापमान में सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की गई तथा तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया । रात के तापमान में आंशिक कमी आई तथा यह 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस कम था।