भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, नवनिर्वाचित जिला अध्यक्षों, निवर्तमान जिला अध्यक्ष, आजीवन सहयोग निधि संग्रह जिला प्रभारी, सह-प्रभारी, महापौर, नगरपालिका अध्यक्ष एवं सहकारी बैंक अध्यक्ष की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता के विकास और कल्याण के लिए नया रोडमैप बनाने का आव्हान किया।
उन्होनें कहा कि सिंगापुर में जब मध्यप्रदेश की विकास योजनाओं, कृषि के क्षेत्र में जीरों प्रतिशत ब्याज पर कर्ज, फसल बीज और खाद के लिए एक लाख रूपए के ऋण पर 90 हजार का भुगतान, आदिवासी, अनुसूचित जाति, जनजाति, मेहनतकश गरीब परिवारों के लिए 1 रू. किलो गेहूं और चावल वितरण की योजनाओं की जानकारी मिली तो विदेशी जनता आष्चर्यचकित होकर मेरी ओर निहारने लगी। मैंने उनकी जिज्ञासा शांत करते हुए कहा कि भारतीय जनसंघ के संस्थापक पं. दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद की यह विनम्र परिणति मात्र है।
उन्होनें कहा कि आजादी के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के किसानों के दर्द को समझा है और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के रूप में जो उपहार किसानों को दिया है, उससे किसानों के जीवन में खुशहाली आएगी और देश समृद्ध बनेगा। बैठक का प्रारंभ महापुरूषों के चित्रों पर पुष्पांजलि, दीप-प्रज्जवलन और कन्या पूजन के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेश संगठन महामंत्री अरविन्द मेनन, प्रदेष उपाध्यक्ष रघुनंदन शर्मा, अजयप्रताप सिंह, प्रदेश महामंत्री विनोद गोटिया, बंशीलाल गुर्जर, अरविन्द भदौरिया ने किया।
प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने शिवराज सिंह चौहान, नवनिर्वाचित जिला अध्यक्षों, निवर्तमान जिला अध्यक्ष और उपस्थित पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि राजनीतिक चुनौतियों के लिए हमें पूर्ण सहमति के साथ जुटना है और समयदान करके पार्टी द्वारा बताए गए लक्ष्यों को पूरा करना है।
उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सिंगापुर सरकार की ओर से सम्मानित किये जाने पर उन्हें बधाई देते हुए कहा कि यह मध्यप्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता का सम्मान है। मध्यप्रदेश में कृषि के क्षेत्र में विश्व में नया कीर्तिमान स्थापित करके शिवराज सिंह चौहान ने बता दिया है कि परिश्रम, लगन और अध्यवसाय से आगे बढ़कर असंभव को भी सभंव किया जा सकता है।
चौहान ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री अरूण जेटली और कृषि मंत्री राधामोहन सिंह का आभार माना। उन्होंने कहा कि उन्होने आजादी के बाद किसानों की चिरपोषित आकांक्षाओं को पूरा करके देश के अन्नदाताओं के ऋण से मुक्ति का विनम्र प्रयास किया है, इसके दूरगामी परिणाम होंगे।
उन्होंने नवनिर्वाचित जिला अध्यक्षों और निवर्तमान अध्यक्षों से आग्रह किया कि वे पं. दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि 11 फरवरी ‘समर्पण दिवस’ के अवसर पर अपने-अपने जिले से आजीवन सहयोग निधि के संग्रह का कार्य पूर्ण कर एक नई मिसाल कायम करें। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 5 करोड़ 20 लाख रूपए आजीवन सहयोग निधि का संग्रह हुआ था, इस वर्ष 8 करोड़ रूपए की सहयोग निधि का लक्ष्य रखा गया है।