भोपाल। मध्यप्रदेश में हुए प्याज घोटाले में शामिल नागरिक आपूर्ति निगम के महाप्रबंधक श्रीकांत सोनी को निलंबित किए जाने के बाद गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। एक अन्य मंडी सचिव को निलंबित कर दिया गया है।
राज्य में सरकार द्वारा आठ रुपए की दर से प्याज की खरीदी की जा रही है और इसे दो रुपये की दर से बेचा जाना है। इससे सरकार को प्रति किलो 6 रुपए का नुकसान तय है। वहीं खुले बाजार में अब भी प्याज आठ से 10 रुपए किलो मिल रही है।
सरकार की प्याज खरीदी की घोषणा के बाद नागरिक आपूर्ति निगम के अफसर, व्यापारी और दलालों के गठजोड़ ने बड़े पैमाने पर प्याज को अपने स्तर से लाखों रुपए कमीशन लेकर बेच डाला है। इसका खुलासा एक निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन से हुआ, जिसमें महाप्रबंधक स्तर का अफसर तक कमीशन मांगता दिख कर रहा है।
इस मामले के खुलासे के बाद सरकार की नींद टूटी और उसने आनन-फानन में महाप्रबंधक श्रीकांत सोनी को बुधवार रात निलंबित कर दिया और गुरुवार को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया।
विधानसभा में कांग्रेस द्वारा प्याज खरीदी में गफलत और खाद्य मंत्री तक की संलिप्तता का आरोप लगाए जाने पर सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि जो भ्रष्टाचार करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। सोनी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आधिकारिक तौर पर गुरुवार को जारी बयान में शाजापुर कृषि उपज मंडी के सचिव वीरेंद्र कुमार आर्य को भ्रष्ट आचरण के कारण निलंबित कर दिया गया है। स्टिंग ऑपरेशन में आर्य भी दिखे थे। निलंबन अवधि में उन्हें राज्य कृषि विपणन बोर्ड के इंदौर स्थित आंचलिक कार्यालय से संबद्ध किया गया है।
राज्य कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध संचालक ने कदाचार और कार्य में लापरवाही संबंधी वीडियो को संज्ञान में लेते हुए आर्य को निलंबित किया है।