भोपाल। किड्जी स्कूल के संचालक अनुतोष प्रताप सिंह को तीन साल की मासूम से ज्यादती के आरोप में मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपों के बाद आईजी के निर्देश पर एसपी ने टीआई को भी लाइन अटैच करने के आदेश जारी कर दिए। मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई हैं।
इससे पहले मंगलवार दोपहर में पीड़ित छात्रा की मां ने पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ऋषिकुमार शुक्ला से मुलाकात कर घटना की पूरी जानकारी देते हुए कार्रवाई की मांग की थी। इसमें पीड़ित बच्ची के परिजनों ने सीधे कोलार पुलिस पर आरोप लगाए थे कि प्रभारी कोलार टीआई गौरव बुंदेला आरोपी का करीबी है। जिस कारण मामले में गिरफ्तारी नहीं हो रही है।
इस पर डीजीपी ने मामले में निष्पक्ष जांच होने और बच्ची को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाते हुए आईजी को इस मामले में आरोपी को तत्काल गिरफ्तार करने और लापरवाही बरतने वाले संबंधित पुलिसकर्मी के विरुद्ध भी आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
इसके चलते ही दो दिन से फरार आरोपी अनुतोष को देर रात उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया और कोलार थाना प्रभारी गौरव बुंदेला को लाइन अटैच कर दिया गया। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के मुताबिक क्राइम ब्रांच एएसपी रश्मि मिश्रा और एसआई वंदना सिंह ने मासूम बच्ची और उसकी मां के बयान दर्ज कर लिए हैं।
बच्ची की मेडीकल रिपोर्ट और सीसीटीपी फुटेज की जांच कर ली गई है। गौरतलब है कि कोलार के दानिशकुंज स्थित गिरधर परिसर में किड्जी स्कूल के संचालक अनुतोष प्रताप सिंह पर नर्सरी की छात्रा से ज्यादती के आरोप में कोलार पुलिस ने 376 और पॉस्को अधिनियम के तहत सोमवार को एफआईआर दर्ज की थी।
पीडि़ता की मां का आरोप था कि अनुतोष उनकी बच्ची के साथ अश्लील हरकत करता था। बच्ची से तकलीफ को लेकर पूछने पर उनको इसकी जानकारी लगी थी। इसके बाद ही उन्होंने कोलार पुलिस को लिखित शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की थी।
स्कूल मैनेजमेंट के वकील सचिन वर्मा ने बताया कि स्कूल की फ्रेंचाइजी सस्पेंड कर दी गई है। उनके नए एडमिशन पर भी रोक लगा दी गई है। मैनेजमेंट ऐसे शख्स को कंटीन्यू नहीं कर सकता।
एग्रीमेंट ही इस आधार पर हुआ था कि अगर आपके कैंपस में कोई क्राइम होता है या आप उसमें शामिल होते हैं तो एग्रीमेंट सस्पेंड कर दिया जाएगा। स्कूल मैनेजमेंट की तरफ से इसकी लिखित जानकारी कोलार थाने में दे दी गई है।