भोपाल। होली के दिन शहर के रसूखदार पहले बड़े-बड़े आयोजन करते थे। बस्तियों में लोगों से मिलना, दिन में अपने कार्यालय में बैठकर साथियों के साथ होली मनाने के साथ तरह-तरह के आयोजन होते थे। लेकिन इस बार व्यापमं फर्जीवाड़े में फंसे कुछ रसूखदारों की होली फीकी रही।
क्यों कि इस बार न महफिल सजी, न रंग बरसा, न ही किसी साथी से मुलाकात हो सकी। उनकी होली इस बार खुले में नहीं बल्कि जेल की चार दीवारों में गुजरी। जिनमें पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा जिन पर व्यापमं की तीन परीक्षाओं में उम्मीदवारों को अनुचित तरीके से पास करवाने का आरोप है।
कांग्रेस नेता संजीव सक्सेनापर पर वनरक्षक परीक्षा में उस पर 21 उम्मीदवारों को पैसे लेकर पास करवाने का आरोप है। खनन कारोबारी सुधीर शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने 10 लोगों की सिफारिश की थी।
वहीं इंदौर स्थित अरविंदो मेडिकल कॉलेज के सीएमडी विनोद भंडारी जो कि अरबिंदो मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन। व्यापमं से सांठ-गांठकर वर्षों से पीजी की सीटें हथियाने का आरोप इन पर है।
इसके अलावा पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के ओएसडी ओपी शुक्ला, व्यापमं के पूर्व परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी, पूर्व सीनियर सिस्टम एनॉलिस्ट नितिन महिंद्रा, आईपीएस सोनाली मिश्रा के भाई भरत मिश्रा को व्यापमं की चार परीक्षाओं में गड़बड़ी के आरोप में जेल में हैं। इन सभी की होली इस बार फीकी रही।