भोपाल/ग्वालियर। भगवान शिव की आराधना का पर्व महाशिवरात्रि 7 मार्च को मनाया जाएगा। सोमवार को भगवान भोलेनाथ का दिन माना जाता है, इसलिए शिवयोग, सोमवार और घनिष्ठा के अद्भुत संयोग में आ रही महाशिवरात्रि समृद्धि दायक बताई जा रही है।
इस बीच शहर के सभी बड़े शिवालयों में शिवरात्रि की तैयारियां जोर शोर से चल रहीं है। अचलेश्वर कोटेश्वर, भूतेश्वर शिवमंदिरों पर मेले भी आयोजित किए जाएंगे।
पंडितों के अनुसार 7 मार्च को मनया जाने वाला महाशिवरात्रि का पर्व सुख समृद्धि लेकर आ रहा है। 54 साल बाद इस बार शिवरात्रि पर शिव योग, घनिष्ठा नक्षत्र और सोमवार एक साथ पड़ रही है। इससे पूर्व 1962 में यह अद्भुत संयोग आया था। 7 मार्च को यह संयोग रात्रि 8.19 बजे तक रहेगा। इस योग में शिवजी की पूजा अराधना विशेष फलदायी बताई जा रही है।
वैसे शिवजी की पूजा आराधना विशेष फलदायी बताई जा रही है। इस बार शिवरात्रि 4 साल बाद सोमवार को पड़ रही है। यह दिन शिव आराधना के लिए वैसे भी श्रेष्ठ है। महाशिवरात्र पर भगवान शिंव को जल पंचाग्रह (दूध, दही, घी, शहद, शक्कर) से अभिषेक करने से पुण्य तो मिलेगा ही समृद्धि भी आएगी।
शहर के शिवालयों पर तैयारियां, मेले भी लगेंगे
शहर के शिव मंदिरों में शिवरात्रि पर्व की जोरदार तैयारियां की जा रही है। शहर के बड़े शिवमंदिरों में अचलेश्वर, कोटेश्वर, भूतेश्वर, खरगेश्वर पर रंगाई -पुताई के साथ अन्य तैयारियां जोर शोर से जारी है।
मंदिरों पर 6 मार्च की अर्द्धरात्रि से ही अभिषेक, शिव आराधना के कार्यक्रम शुरू होंगे। इस दौरान इन मंदिरों पर मेलों का भी आयोजन है। शिवरात्रि पर मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षा के भी इंतजाम किए है। सभी मंदिरों पर समुचित पुलिस बल तैनात किया जा रहा है।