अजमेर। शौर्य और स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप की 477वीं जयंती के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय समारोह के दौरान रविवार को चेतक वाहन रैली निकाली गई तथा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
अवसर पर अजमेर विकास प्राधिकरण के सौजन्य से आयोजित महाराणा प्रताप जयंती समारोह की श्रंखला में रविवार शाम 4:30 बजे सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय से चेतक वाहन रैली का आगाज हुआ। सम्भागीय आयुक्त हनुमान सहाय मीणा, कलेक्टर गौरव गोयल और भाजपा जिला प्रभारी बीरमदेव सिंह ने रैली हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया।
रैली में दोपहिया और चौपहिया वाहनों पर सवार युवा केसरिया पताकाएं लहराते हुए महाराणा प्रताप की जयघोष लगा रहे थे। मार्ग में जगह जगह पुष्प वर्षा के साथ रैली का भव्य स्वागत किया गया।
रैली महाविद्यालय से केसरगंज, स्टेशन रोड, गांधी भवन, नगर निगम, चूड़ी बाजार, नया बाजार, चौपड़, आगरा गेट चौराहा, फव्वारा सर्किल, बजरंग गढ़ चौराहा, चौपाटी होते हुए महाराणा प्रताप स्मारक पहुंचकर सम्पन्न हुई।
रैली में महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल, मां भारती ग्रुप, सरदार पटेल नवयुवक मण्डल, महर्षि प्रगति संस्थान, शिव सेना, दीनदयाल उपाध्याय और विजय दिवाकर, अरविन्द शर्मा राजेन्द्र पंवार का सहयोग रहा।
अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवशंकर हेडा ने कार्यक्रम के दौरान तीन दिवसीय आयोजन में अपनी सहभागिता निभाने और समारोह को भव्यता प्रदान करने वाले तमाम अतिथियों और शहर के नागरिकों का आभार जताया।
उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी में भावना पैदा कर सके महाराणा प्रताप कभी किसी के सामने झुके नहीं मात्र एकलिंग के समक्ष झुके ऐसी भावना को लेकर इस भव्य रैली का आयोजन किया गया। उन्होंने आगामी वर्ष में दोगुनी ऊर्जा के साथ इसी तरह के भव्य आयोजन करने की बात कही।
कवि सम्मेलन में गूंजे ठहाके
रविवार रात 8 बजे महाराणा प्रताप स्मारक स्थल पर ‘हुंकार’ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कवि सम्मेलन में मेरठ से कवि हरिओम पंवार, देवास से श्रीकान्त यादव, जयपुर से अशोक चारण, अजमेर से रासबिहारी गौड़, नीमच से प्रेरणा ठाकरे और भरतपुर से गौरव दुबे ने शौर्य, ओज और वीर रस से भरी कविताओं को सुनाकर श्रोताओं की दाद बटोरी।
कवि सम्मेलन की अध्यक्षता एडीए अध्यक्ष शिवशंकर हेडा ने की। संसदीय सचिव शत्रुघ्न गौतम, महापौर धमेन्द्र गहलोत, अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी, बीजेपी शहर अध्यक्ष अरविन्द यादव, भाजपा देहात अध्यक्ष प्रो. बीपी सारस्वत, बीरमदेव सिंह, आईजी मालिनी अग्रवाल मौजूद रहे।
रासबिहारी गौड़ ने कवियों और अतिथियों का परिचय दिया। इस अवसर पर जल पान गृह का भी उट्घाटन किया गया।
मेरठ से कवि हरिओम पंवार ने ‘फूल अमन के कभी नहीं खिलने, कायर परीपाटी में नेहरू जी के श्वेत कबूतर मरे पड़े हैं घाटी में, दिल्ली वालों अपने मन को वहदृ करों या कूच करो कश्मीर को, दान करों या गद्दारों से युद्ध करों।’
देवास से शशिकांत यादव ने ‘मातृ भूमि अस्मिता का प्रश्न यदि आएगा तो रचना भी द्रोपदी का चीर बन जाएगी, शिवाजी, राणा प्रताप, हमिद और शेखर, भगत का नजीर बन जाएगी। तन मन धन सब देश पर वार कर कविता की आत्मा फकीर बन जाएगी। वेरियों की छतियों को भेदने का लक्ष्य लिए अर्जुन का तीर बन जाएगी।’
जयपुर से अशोक चारण ने ‘सिंहासन को खड़ा रखेगी, काव्य ताप की धरती, दुश्मन के आगे झुकी नहीं राणा प्रताप की धरती।’
अजमेर से रासबिहारी गौड़ ने ‘यूं तो कई युद्ध देखे है युद्धों की परिपाटी ने, तपस्या का त्याग बताया हमको हल्दी घाटी ने, धन्य धन्य मेवाड़ा धरा प्रताप सा पुत दिया, समरांगन की आहुति में सवेस्य स्वाह का दूत दिया।’
नीमच से प्रेरणा ठाकरे ने ‘सबसे प्रथम निजधर्म माता भारती की नित्य आरती उतारों बोल वन्दे मातरम्, देश के प्रति सर्मिर्पित सबकुछ तनमनधन वारों बोल वन्देमातरम्। देश में जो वन्दे मातरम् का विरोध करे ऐसे गद्दारों को मारो बोल वन्दे मातरम्।’
भरतपुर से गौरव दुबे ने ‘राणा महाराणा बन जाता कभी यूं ही नहीं, ऐसी ही ना आन बान शान बन जाता हैं देवतुल्य भूमि बन जाती हल्दीघाटी और युद्ध लड़ चेतक महज बन जाता है।’
व्यवस्था समिति में अजमेर विकास प्राधिकरण के उपायुक्त कृष्णा अवतार त्रिवेदी, वित्तीय निदेशक रश्मी बिस्सा, अधिशाषी अभियंता अनुप टंडन, सहायक अभियंता ओम प्रकाश सोलंकी, कनिष्ठ अभियंता अमित बजाज आदि का सहयोग रहा।