जयपुर। महाराणा प्रताप जयंती पर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की ओर से मानसरोवर से हल्दीघाटी मार्ग प्रताप नगर तक रैली का आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि घनश्याम तिवाड़ी ने हल्दीघाटी मार्ग पर महाराणा प्रताप की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।
राजपूत करणी सेना को संबोधित करते हुए तिवाड़ी ने कहा कि राजस्थान गुलाम और गुलामी की मनोवृत्ति का प्रदेश नहीं है, प्रताप ने मुगलों से लड़ाई मेवाड़ के लिए अपितु पूरे हिन्दुस्तान के लिए लड़ी थी। उनके मुकुट पर ‘हिन्दुआ सूर्य‘ लिखा था। महाराणा प्रताप राजस्थान ही नहीं बल्कि देश के गौरव हैं।
राजस्थान वह वीरों की भूमि हैं जहां दुर्गादास राठौड़, राणा सांगा, महाराणा प्रताप और सूरजमल जैसे वीर योद्धा हुए जो दिल्ली के किले के दरवाजे तक उतार कर ले आए। इन्होंने कभी ज्वाला शान्त नहीं होने दी, कभी भी अधीनता स्वीकार नहीं की। आज हम सबको यह ज्योति जलाए रखने की प्रतिज्ञा लेनी होगी।
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का तिवाड़ी को समर्थन
कार्यक्रम में घनश्याम तिवाड़ी को माला और प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। करणी सिंह राठौड़ और विक्रम सिंह रायपुरा ने कहा कि तिवाड़ी महाराणा प्रताप के अनुयायी हैं, अपने स्वाभिमान की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना तिवाड़ी के स्वाभिमान की इस लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर साथ है।