मुंबई। महाराष्ट्र कांग्रेस के पांच विधायकों को बुधवार को दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया। कांग्रेस के इन विधायकों पर राज्य के राज्यपाल सीवी राव से धक्का-मुक्की करने का आरोप है। ये विधायक दरअसल, भाजपा सरकार के विश्वास मत जीतने के तरीके के खिलाफ विरोध कर रहे थे।
विधानसभा अध्यक्ष के नेतृत्व में एक समिति इस अप्रत्याशित घटना की जांच करेगी। निलंबित विधायकों और अन्य विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने राज्यपाल की गाड़ी को घेरा, उन्हें विधान भवन में प्रवेश करने से रोका जहां पर वह महाराष्ट्र विधानसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करने जा रहे थे साथ ही उन पर राज्यपाल के साथ धक्का-मुक्की करने का भी आरोप है।
यह मामला राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे द्वारा उठाया गया था। इन्होंने मांग की थी कि इस उपद्रवी घटना में 12 कांग्रेसी विधायक शामिल हैं। उन्हें माफी चाहिए और तुरंत निलंबित कर देना चाहिए।
बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस और शिवसेना के नेता को बैठक के लिए तलब किया, जहां पर कांग्रेस के नेता राधाकृष्ण विखे-पाटिल ने माफी मांगी और कहा जो भी हुआ वह जानबूझकर नहीं किया गया। कांग्रेस के निलंबित विधायकों में राहुल बोंद्रे, जय कुमार गोरे, अमर काले, अब्दुल सत्तार और वीरेंद्र जगताप शामिल हैं।
राज्यपाल से धक्का-मुक्की की बात से इंकार करते हुए एक निलंबित विधायक अब्दुल सत्तार ने पत्रकारों से कहा कि कार्रवाई देवेंद्र फडणवीस की सरकार के विश्वास मत जीतने के तरीके पर सवाल उठाने से प्रेरित है।