मुंबई/सांगली। महाराष्ट्र में दो सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता नारायण राणे को हार झेलनी पड़ी। महाराष्ट्र में दोनों सीटों पर शिवसेना तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपना कब्जा बरकरार रखा है, वहीं उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी भी अपनी एक सीट बरकरार रखने में सफल रही।
पंजाब में भी सत्ताधारी शिरोमणि अकाली दल उपचुनाव जीतकर अपनी एक सीट और बढ़ा ली, वहीं उत्तराखंड में एक सीट पर हुए उपचुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस की जीत हुई है।
महाराष्ट्र की बांद्रा सीट पर शिवसेना उम्मीदवार तृप्ति सावंत ने जीत दर्ज की, वहीं सांगली जिले के तासगांव सीट पर राकांपा की सुमन पाटिल को जीत मिली।
पिछले छह महीने में राणे को लगातार दूसरी चुनावी हार झेलनी पड़ी है। हालांकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने राणे को ‘एक कद्दावर नेताÓ कहा है और साथ ही यह भी कहा कि उनके जैसे कद के नेता के लिए एक-दो हार कोई मायने नहीं रखते।
शिवसेना के दिवगंत नेता बाला सावंत की पत्नी तृप्ति ने 19,000 वोटों के अंतर से पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को हराया। इस सीट पर मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राजा रहबर खान तीसरे स्थान पर रहे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री आर.आर.पाटील की विधवा सुमन पाटील ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के स्वप्निल पाटील को 112,000 मतों के अंतर से हराया।
बांद्रा पूर्व सीट पर चुनाव शिवसेना के कद्दावर नेता और विधायक बाला सावंत के निधन के कारण आवश्यक हो गया था। वहीं तासगांव सीट पर चुनाव विधायक व पूर्व उपमुख्यमंत्री आर.आर.पाटील के निधन के कारण आवश्यक हो गया था। शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम इस जीत को बांद्रा के लोगों को समर्पित करते हैं।
तीसरे स्थान पर आए एआईएमआईएम के उम्मीदवार की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यहां तक कि मुसलमान मतदाताओं ने भी वोट बैंक की राजनीति का प्रयास करने वाली पार्टी को नकार दिया।
राणे ने अपनी हार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मैं लोगों का जनादेश स्वीकार करता हूं। उन्होंने भावनात्मक आधार पर वोट दिया न कि विकास के आधार पर, जो मेरा मुद्दा था। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने नए उत्साह के साथ मेरा सहयोग किया। हालांकि मुझे किसी को यह सलाह देने की जरूरत नहीं है कि मुझे भविष्य में क्या करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले की चरखारी विधानसभा सीट पर सपा प्रत्याशी उर्मिला राजपूत ने 45 हजार से अधिक वोटों से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अखिल राजपूत को हराया।
उमा भारती पहले चरखारी से विधायक थीं। उनके सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई थी। उपचुनाव में सपा के कप्तान सिंह राजपूत यहां से विधायक निर्वाचित हुए थे। कुछ दिन पहले हत्या के आरोप में उन्हें उम्रकैद हो गई, इस वजह से यहां फिर उपचुनाव कराना पड़ा। उर्मिला राजपूत हत्या के आरोप में जेल गए सपा के चरखारी से विधायक रहे कप्तान सिंह राजपूत की पत्नी हैं।