मुंबई। सत्ता में भागीदार शिवसेना और अन्य मित्र दलों की बढ़ती नाराजगी दूर करने के लिए भाजपा 3 दिसंबर को मंत्रिमंडल विस्तार कर सकती है। इस बात की जानकारी सूत्रों ने दी है। सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के चार, शिवसेना के दो और मित्र पक्ष के दो मंत्री शपथ ले सकते हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राव साहेब दानवे ने कहा कि भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की गई। इस बारे में दानवे ने शिवसेना और भाजपा के सहयोगी दलों से चर्चा हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा को चार, शिवसेना को दो और भाजपा के सहयोगी दलों को दो मंत्री पद दिए जा सकते हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा की तरफ से देवयानी फरांदे का नाम सबसे ऊपर है। इसके अलावा डॉ संजय कुटे और वरिष्ठ सदस्य पांडुरंग फुंडकर के नाम की भी जोरदार चर्चा है। भाजपा के सहयोगी दल राष्ट्रीय समाज पक्ष नेता महादेव जानकर ने कैबिनेट मंत्री पद पर दावा किया है, लेकिन भाजपा उन्हें राज्यमंत्री पद देना चाहती है। ऐसे में जानकर की नाराजगी सामने आ सकती है। स्वाभिमान शेतकरी संगठन के सदाभाऊ खोत का कैबिनेट मंत्री बनना तय है। इसी प्रकार शिवसेना से अर्जुन खोतकर और गुलाबराव पाटिल के मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।
इसके पहले भाजपा की कोर कमेटी में सभी विभागों के मंत्रियों ने अपने-अपने विभागों के मंत्री पद के उम्मीदवारों के नाम पेश किए। कोकण विभाग से विनोद तावड़े, मराठवाडा से पंकजा मुंडे, पश्चिम महाराष्ट्र से चंद्रकांत पाटिल, विदर्भ से सुधीर मुनगंटीवार, उत्तर महाराष्ट्र से एकनाथ खड़से ने नामों की सूची पेश की। इन नामों में से किसे मंत्री पद मिलेगा, इसे लेकर विधायकों में जोर-आजमाइश शुरू है। बैठक में प्रत्येक विभाग को प्रतिनिधित्व देने पर लंबी चर्चा हुई।
अब विभागवार सूची को अंतिम रूप देने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर मंत्रियों के नाम तय करेंगे। आगामी सात दिसंबर से नागपुर में विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में सूत्रों के अनुसार भाजपा शिवसेना और सहयोगी दलों की नाराजगी दूर करने के लिए गुरुवार तीन दिसंबर को मंत्रिमंडल विस्तार कर सकती है।
फिलहाल मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या कुल 30 हैं, इनमें भाजपा कोटे से 20 और शिवसेना कोटे के दस मंत्री हैं। फडऩवीस ने पिछले साल 31 अक्टूबर को सात कैबिनेट और दो राज्य मंत्रियों के साथ शपथ ग्रहण की थी। दिसंबर में शिवसेना सत्ता में सहभागी हुई और मंत्रिमंडल के सदस्यों की संख्या तीस तक जा पहुंची। मंत्रिमंडल में 12 स्थान रिक्त हैं, लेकिन लगता नहीं कि फडऩवीस सरकार सभी 12 पदों पर मंत्रियों की नियुक्ति करेगी, मंत्रिमंडल में चार पद रिक्त रखे जा सकते हैं।