मुंबई। भारतीय जनता पार्टी को अपना विजन अपने पास ही रखना चाहिए, उसकी शिवसेना को व महाराष्ट्र को किसी भी तरह की जरुरत नहीं है। इस तरह की प्रतिक्रिया शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयान पर दी है।
बतादें कि नागपुर में मुख्यमंत्री ने कहा था कि अगर शिवसेना को भाजपा का विजन मंजूर होगा तभी आगामी मुंबई महानगर पालिका चुनाव में भाजपा शिवसेना के साथ चुनावी गठबंधन करेगी।
मुख्यमंत्री के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिस समय मुख्यमंत्री अपने विजन का ढोल पीट रहे थे, उसी समय पंपोर में आतंकवादियों ने तीन भारतीय सैनिकों को शहीद बना दिया।
प्रधानमंत्री ने सर्जिकल स्ट्राईक के बाद नोटबंदी आतंकवादी घटनाओं को ही समाप्त करने के नाम पर ही किया था, लेकिन अभी भी सीमा पर हमारे जवान मारे जा रहे हैं। नोटबंदी के बाद लोगों को हर तरह की दिक्कत हो रही है।
उत्तरप्रदेश में बैंकों के सामने गोली चल रही है। बैंकों व पुलिस पर हमला हो रहा है। सरकार के विरोध में इस विषय पर बोलने वालों को देशद्रोही कहा जा रहा है। अगर भाजपा का यही विजन है तो शिवसेना को यह मंजूर नहीं है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि हाल ही में राज्य में हुए नगरनिकाय चुनाव में भाजपा ने जिस तरीके से सत्ता का दुरुपयोग किया है, मुख्यमंत्री खुद हर चुनाव में ग्रामीण स्तर पर सरकारी यंत्रणा को खड़ा किए थे।
चुनाव में पुराने नोटों का प्रयोग किया गया, अगर यह सब कोई अन्य दल करता तो भाजपा की उसे भ्रष्टाचार का नाम देकर जोरदार आंदोलन खड़ा कर देती थी। सत्ता का प्रयोग कर नगराध्यक्ष चुन कर लाना कोई बड़ी बात नहीं हो सकती है। इसी तरह नागपुर में महज बीस घंटे में पाच लोगों की हत्या कर दी गई।
यह अगर भाजपा का विजन है तो हमें इस विजन से कोई लेना-देना नहीं है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना के सामने छत्रपति शिवाजी महाराज व शिवसेना प्रमुख का विजन है और इसी विजन की महाराष्ट्र को भी जरुरत है।